अमरावती

फौजी भाइयों को इस साल भी भेजी जाएगी राखियां

सीमा पर तैनात फौजी करते है देश की सुरक्षा

  • जेसीआय अमरावती क्लासिक का उपक्रम

अमरावती/दि.31 – देश की सीमा पर तैनात फौजी अपने घर परिवार से दूर रहकर देश की सुरक्षा करते है. इन फौजी भाईयों को रक्षाबंधन के पर्व पर राखियां भेजकर देश की बहनों का उनके प्रति प्यार दर्शाने का कार्य जेसीआय अमरावती क्लासिक पिछले 20 वर्षो से कर रहा है. इस वर्ष फिर से सरहद पर तैनात फौजी भाईयों के लिए राखी भेजी जाएगी. 15 अगस्त को फौजी भाई की कलाई पर राखी बांधकर यह राखी रवाना होगी.
पिछले वर्ष लॉकडाउन के चलते फौजी भाईयों तक राखियां पहुंचाने मेें असर्थता थी. जिसके कारण कोरोना वारियर्स के रुप में कार्य करने वाले डॉक्टर, स्वास्थ्य सेवक, पुलिसकर्मी, मनपा कर्मी आदि कोरोना वारियर्स को राखी बांधकर यह उपक्रम लिया गया था. इस वर्ष फिर एक बार सरहद पर तैनात भाइयों के लिए यह प्रक्रिया पूर्ण की जा रही है. हर वर्ष माहेश्वरी ओसवाल, ब्राम्हण, सिखवाल, राजस्थानी, अग्रवाल जैसी कई महिला संगठनों का सहयोग मिलता है. जिनकी बदौलत ही हजारों की संख्या में राखी एकत्रित होती है. इस वर्श्ज्ञ इस प्रकल्प में सहयोग देने वाले व्यक्ति तथा संस्था अध्यक्ष सौरभ डागा (7507453000), सचिव तुषार बांगानी (893300073), जेसीरेट विंग सभापति अनन्य मंगरुलकर (7558743991), अरुणा महाजन (951826914), गोकूल बूब (9890301952), यशराज देवडिया (7769980530) से मोबाइल पर संपर्क कर सकते है.
हैंडमेड राखी तथा स्लोगन प्रतियोगिता-फौजी भाइयों को हैंडमेड राखियां भी बहनों व्दारा बनाकर भेजी जाती है. ऐसे में उन बहनों के लिए प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया है. जिस बहन की राखी सुंदर होगी साथ ही फौजी भाईयों के लिए लिखा गया श्लोगन प्रशसंनीय होगा उसे पुरुस्कृत किया जाएगा. शहरवासी भी इस प्रतियोगीता में शामिल हो सकते है. जिसके लिए अंबिका ज्वेलर्स (सराफा), मुणोत ज्वेलर्स (पटवा चौक), जय फोटो स्टूडियो (गांधी चौक), रघुवीर (राजापेठ), आपकी पंसद (बिजीलैंड) तथा अन्य स्थानों पर यह स्लोगन तथा हैंडमेड राखियां कलेक्ट की जाएगी. इच्छूक बहनें यहां पर संपर्क कर सकती है.

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