अमरावती के सुपुत्र को मिला केदारनाथ मंदिर की पालखी का मान
कंवलजीतसिंह मंगरोले का उत्तराखंड के सीएम धामी ने किया गौरव
* 5 दिनों से मंगरोले परिवार वितरीत कर रहा महाप्रसाद
* 1200 टन फूलों से सजाया मंदिर, हेलीकॉफ्टर से मंदिर पर की पुष्पवर्षा
अमरावती/दि.5 – जिला परिषद की पूर्व सदस्या वासंती मंगरोले के सुपुत्र कंवलजीतसिंह राणावत (मंगरोले) को उत्तराखंड में केदारनाथ धाम की मानांकित पालखी का सम्मान मिला. 20 हजार भाविक श्रद्धालुओं को लगातार 5 दिनों तक महाप्रसाद वितरीत करने, 1200 टन फूलों से केदारनाथ मंदिर को सजाने तथा केदारनाथ मंदिर पर हेलीकॉफ्टर से पुष्पवृष्टि करने के साथ इन सभी कामों के लिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी द्बारा किया गया सत्कार कंवलजीतसिंह राणावत व मंगरोले परिवार के लिए अविस्मरणीय कहा जा सकता है.
बता दें कि, केदारनाथ की यात्रा शुरु होते ही देहरादुन से 3 हजार पालखियों के साथ बाबा की पालखी केदारनाथ के लिए रवाना हुई. पश्चात केदारनाथ में मंदिर के पट खोले गए. इस समय केदार धाम में दर्शन के लिए आने वाले 20 हजार भाविक श्रद्धालूओं हेतु अमरावती जिले के पथ्रोट स्थित राणा धनराजसिंह राणावत (मंगरोले) चैरिटेबल ट्रस्ट द्बारा 5 दिनों तक महाप्रसाद की व्यवस्था की गई. साथ ही केदारनाथ मंदिर पर हेलिकॉफ्टर से पुष्पवर्षा भी की गई. इसके अलावा केदारनाथ मंदिर को 1200 टन फूलों से सजाने का सम्मान भी राणा धनराजसिंह राणावत (मंगरोले) चैरिटेबल ट्रस्ट को मिला. विशेष उल्लेखनीय है कि, जिस पालखी के आगमन से केदारनाथ मंदिर के पट खुलते है, उस पालखी का मान कंवलजीतसिंह राणावत (मंगरोले) को दिया जाता है. जिसके लिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी ने कंवलजीतसिंह राणावत (मंगरोले) का सम्मानपूर्वक गौरव किया. इस समय ट्रस्ट की अध्यक्षा वासंती मंगरोले उनकी बहु पुजा कंवलजीतसिंह राणावत (मंगरोले), बेटी व दामाद मोना व मनीष किराड तथा पौत्र ओम किराड भी उपस्थित थे. परिवार के सभी सदस्यों ने बडे उत्साह के साथ महाप्रसाद वितरण में हिस्सा लिया.
केदारनाथ धाम मेें बाबा की डोली का स्वागत मिलिट्री बैंड व नासिक के ढोल-ताशा पथक से की गई. राणावत (मंगरोले) परिवार के साथ महाराष्ट्र के 25 व जयपुर से 60 लोगों का दल भाविक श्रद्धलुओं की सेवा हेतु केदार धाम में मौजूद है.