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* जिले में 93 शालाओं का प्रस्ताव
* ‘सीएमश्री’ शाला का चयन होगा
अमरावती/दि. 8– शालेय शिक्षा विभाग ने देशभर में चलाए जानेवाली ‘पीएमश्री’ शाला की योजना राज्य में ‘सीएमश्री’ के रुप में चलाने का निर्णय लिया है. इसके लिए राज्य की प्रत्येक तहसील की एक केंद्रीय शाला की सिफारिश करने का आदेश 22 जनवरी को प्राथमिक शिक्षण विभाग ने जारी किया है. प्राथमिक शिक्षणाधिकारी की तरफ से शिक्षण उपसंचालक के पास 29 जनवरी तक शाला का प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिए थे. इसके मुताबिक प्राथमिक शिक्षण विभाग ने 14 तहसील से केवल 93 शाला का प्रस्ताव तैयार कर भेजा गया है.
शासन की तरफ से पीएमश्री शाला के साथ-साथ अब सीएमश्री शाला योजना चलाई जा रही है. इस योजना के तहत इन शालाओं में दर्जेदार, भौतिक, शैक्षणिक सुविधा उपलब्ध होनेवाली है. जिले में 93 शाला सीएमश्री के लिए प्रस्तावित की है. गरीबों के बच्चे भी सीएमश्री शाला के स्मार्ट क्लास रुम में शिक्षा लेनेवाले है. शासन द्वारा 2022 में सीएमश्री शाला योजना शुरु की गई थी. इस योजना के तहत शासकीय शालाओं में एडवांस टेक्नॉलॉजी उपलब्ध कर दी जाती है. पांच साल के प्रकल्प में विविध चरणों में काम किए जाते है. इसमें नई इमारत, शाला के लिए क्रीडांगण, वीसीआर, हेडसेट, बहुभाषिक पेन, ट्रांसलेटर, वीडियो रिकॉर्डींग लैब बैठाने के लिए अच्छी सुविधा सहित अन्य मूलभूत सुविधा उपलब्ध कर दी जाती है.
‘पीएमश्री’ के साथ अब ‘सीएमश्री’
अब ‘पीएमश्री’ के पैटर्न पर केंद्रीय शालाओं का ‘सीएमश्री’ शाला के रुप में चयन करने की गतिविधियां शुरु हो गई है. इन शालाओं का चयन करते समय उस केंद्र की अन्य शाला, केंद्र शाला, आदर्श शाला अथवा ‘पीएमश्री’ शाला योजना अंतर्गत रही तो केंद्र के लिए ‘सीएमश्री’ शाला प्रस्तावित न करने के आदेश जारी होने की चर्चा है.
* शाला में कौनसी सुविधा?
‘सीएमश्री’ शाला का चयन करते समय इन शालाओं में अन्य शालाओं के लिए आवागमन सुविधायुक्त रहे, भौतिक सुविधा विकसित करने के लिए जगह और विद्यार्थी संख्या पूरी हो, यातायात की सुविधा उपलब्ध कर दी गई तो गांव के विद्यार्थी आ सकते है.
* अभियान का लक्ष्य क्या?
शासकीय शाला में शिक्षा लेनेवाले विद्यार्थियों को दर्जेदार सुविधा मिले, विद्यार्थियों की कल्पकता को प्रोत्साहन मिले, शाला स्तर पर विद्यार्थी, शिक्षकों के सहभाग से विविध उपक्रम चलाए जाए आदि मकसद से ‘सीएमश्री’ शाला अभियान चलाया जा रहा है.
‘सीएमश्री’ शाला में बालवाटिका क्लास रुम
‘सीएमश्री’ शाला में समग्र शिक्षा अभियान के तहत बालवाटिका, स्मार्ट क्लास रुम, प्रशिक्षित शिक्षकों की व्यवस्था, मूलभूत सुविधा, व्यवसायिक शिक्षण आदि बातों की पूर्तता कर विद्यार्थियों के शिक्षण की आवश्यकता पूरी की जानेवाली है. इन शालाओं में गरीब, धनाढ्य ऐसा कोई भी भेदभाव न करते हुए सभी को समांतर शिक्षा दी जाएगी.
* ‘पीएमश्री’ शाला प्रस्ताव की अंतिम तिथि क्या?
‘पीएमश्री’ योजना के मुताबिक राज्य शासन की तरफ से ‘सीएमश्री’ योजना शाला के लिए शुरु की जानेवाली है. इसके लिए विभागीय शिक्षण उपसंचालक और शिक्षणाधिकारी कार्यालय से जल्द ही ‘सीएमश्री’ शाला के लिए प्रस्ताव लेने की सूचना मिलनेवाली है.
* ‘पीएमश्री’ शाला नहीं चाहिए
‘सीएमश्री’ योजना में केंद्र शाला आदर्श शाला अथवा ‘पीएमश्री’ शाला को इस योजना में शामिल होते नहीं आ सकेगा. इन शालाओं का प्रस्ताव न भेजने के आदेश है. शासन के आदेश के मुताबिक शिक्षण विभाग की तरफ से इस पर अमल किया जा रहा है.