आनंद का स्त्रोत आपके भीतर है. ईश्वर को पाने हेतु स्वयं को पाना होगा
श्री माताजी निर्मलादेवी का पांच दिवसीय भव्य वैश्विक जन्मोत्सव मनाया गया

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श्रीमाताजी निर्मला देवी के कथन
अमरावती/दि.22 – मानव जाति के आत्मिक उत्थान के लिए, नि:शुल्क, समर्पित सहजयोग संस्था द्वारा दिनांक 17 मार्च से 21 मार्च तक पांच दिवसीय श्री आदिशक्ति जन्मदिवस उपासना पर्व संपूर्ण विश्व में ऑनलाईन मनाया गया. जिसमें लगभग 90 देशों के सहजयोगी साधको ने अपनी ऑनलाईन उपस्थिति दर्ज की. इस अवसर पर पूजन, भजन एवं शास्त्रीय संगीत के विविध कार्यक्रम प्रस्तुत किए गये है. साथ ही सामूहिक ध्यान के द्वारा विश्वभर के लाखों सहज योगी एक साथ चैतन्य रूप के प्रसाद से आशीर्वादित हुए.सहज योग संस्था वैसे तो हमेशा से ही अलग-अलग देशो में विविध पूजा का आयोजन करता रहा है, जिनका ऑनलाईन प्रसारण भी हुआ. परंतु यह वर्ष सहजयोग का स्वर्ण जयंती वर्ष है और वैश्विक एकीकरण का ऐसा सुंदर संयोग पहले कभी नहीं हुआ. सहजयोग की संस्थापिका श्री माताजी निर्मला देवी के जन्मदिवस उत्सव की यह अंतर्राष्ट्रीय पूजा मनाई जा रही है. जो सहज योग केन्द्र प्रतिष्ठान पुणे एवं निर्मल धाम आश्रम नई दिल्ली द्वारा संपूर्ण विश्व में प्रसारित की जा रही है. वैश्चिक मंच पर आध्यात्मिक उत्थान हेतु 1970 से आत्मसाक्षात्कार के प्रत्यक्ष अनुभव का प्रसारण पूरे विश्व में लगातार कर रही है.
यह आत्म साक्षात्कार में परमात्मा अर्थात शिव से आत्मा के योग की अनुभूति कराता है. व्यक्ति, भूत और भविष्य की चिंता से मुक्त हो जाता है. उसे व्यर्थ के तनाव से मुक्ति मिल जाती है, ऐसी निर्विचारिता सहज योग के ध्यान द्वारा ही संभव है..
परमशिव से जुडने की शक्ति मानव के भीतर ही है, जब एक बीज को धरती माता में डालते हैं, तब यह स्वयं अपने ही अंकुरित होता है, सहज तरीके से यही वो सहज है. यह सब आपके भीतर ही बना हुआ है और आपको पूरा अधिकार है कि आप इस आत्मबोध को प्राप्त करेें. सारी शक्ति आपके अंदर है. आप इस तरीके से बनाए गये है. हमें समझना होगा कि हमारा रचयिता एक महानतम संयोजक है. परम पूज्य माताजी श्री निर्मला देवी.
उल्लेखनीय है कि अनुभव सिध्द ध्यान के प्रशिक्षण का विश्वव्यापी नि:शुल्क केन्द्र सहज योग संस्था संचालित करती है, जिससे विश्व के लगभग 90 देशों के साधक लाभान्वित हो रहे हैं. इसे भारतीय समझ में भारत के डब्ल्यूडब्ल्यू डब्ल्यू सहयोगाडॉट ओआरजीडॉट इन लिंक पर भी नि:शुल्क सीखा जा सकता है, साथ ही इसे हेल्पलाईन नंबर 18002700800 भी नि:शुल्क उपलब्ध कराया गया है.