राज्य सरकार ने लिया २३ नवंबर से विद्यालय खोलने का निर्णय
अभिभावकों में शाला, विद्यालय खुलने को लेकर संभ्रम
अमरावती/दि.१८ – कोरोना महामारी के चलते पिछले आठ महीनें से शाला, विद्यालय बंद है. जिसमें अब राज्य सरकार द्वारा २३ नवंबर से कक्षा ९ से १२ वीं तक विद्यालय शुरु करने का निर्णय लिया गया है. किंतु अब भी अभिभावकों व विद्यार्थियों में संभ्रम बना हुआ है. शिक्षक, मुख्याध्यापक, संस्थाएं, विद्यालय तैयार है. किंतु पालकों में अब भी संभ्रम बना हुआ है.
राज्य सरकार द्वारा लिए गए निर्णय के पश्चात संबंधित विद्यालय संस्था प्रबंधक को मार्गदर्शक सूचनाएं पत्र के माध्यम से भेजी गई है. जिसमें छात्रों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने की बात कही गई है. राज्य सरकार और जिलाधिकारी द्वारा दी जाने वाली सूचनाओं का कडाई से पालन करने का निर्देश दिया गया है. जनवरी माह के पश्चात कोरोना की दूसरी लहर के संकेत स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिए गए है. जिसमें बच्चोें को विद्यालय भेजने अथवा नहीं भेजने को लेकर पालकों में संभ्रम बना है.
अभिभावकों में चिंता
शाला, महाविद्यालय खुलने के पश्चात छात्रों की भीड अचानक बढेगी जिससे वे एक दूसरे के संपर्क में आएगें ऐसे में बच्चों की लापरवाही उनके लिए परेशानी का सबब बन सकती है. ऐसी आशंकाओं में अभिभावक चिंतित दिखायी दे रहे है. किंतु बच्चों का पूरा साल बर्बाद न हो इसको लेकर वे गंभीर है.
शाला, विद्यालय परिसर में की जा रही स्वच्छता
२३ नवंबर से शिक्षा विभाग द्वारा शाला, विद्यालय खोलने के आदेश के पश्चात विद्यालय परिसर की साफ-सफाई कर निर्जंतुकरण का कार्य शुरु किया गया है. ९ से १२ तक की कक्षाओं को सैनिटाइज किया जा रहा है. सभी विद्यालयों में यह कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है. सुने पडे शाला, विद्यालयों में फिर से चहल-पहल दिखायी देगी. विद्यार्थियों के स्वास्थ्य को लेकर सभी तैयारियां कर ली गई है.
मुख्याध्यापकों को दी गई आवश्यक सूचनाएं
२३ नवंबर को शुरु हो रहे शाला, विद्यालय के संदर्भ में मुख्याध्यापकों को शिक्षा विभाग द्वारा आवश्यक सूचनाएं दी गई है. जिसमें विद्यालय की नियमित स्वच्छता, कमरों को सैनिटाइज करना,डॉक्टर की सलाह के पश्चात ही विद्यार्थियों को प्रवेश देना आदि सूचनाएं शाला के मुख्यापकों को शिक्षा विभाग द्वारा दी गई है.