राज्य सरकार ने की अमरावती जिले के तीर्थस्थलों की अनदेखी
विधायक एड. यशोमति ठाकुर का आरोप
अमरावती/दि.2– राज्य सरकार ने हाल ही में मुख्यमंत्री तीर्थस्थल दर्शन यात्रा योजना पावस अधिवेशन में घोषित की. यह यात्रा जल्द शुरु होगी, ऐसी घोषणा भी सरकार की ओर से की गई. इस योजनांतर्गत राज्य सहित देशभर के तीर्थस्थलों पर समावेश किया गया. जिसमें देश में 73 व राज्य के 66 तीर्थक्षेत्रों का समावेश है. किंतु अमरावती जिले के सुप्रसिद्ध तीर्थक्षेत्रों का समावेश नहीं किया गया, ऐसा आरोप विधायक एड. यशोमति ठाकुर ने लगाया.
विधायक यशोमति ठाकुर ने कहा कि, राज्य सरकार ने राज्य के वरिष्ठ नागरिकों के लिए गाजे बाजे के साथ मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन यात्रा की घोषणा की. योजना जल्द ही शुरु की जाएगा, ऐसा स्पष्ट भी किया. आगामी विधानसभा चुनाव की पार्श्वभूमि पर योजना का परिपत्रक भी सरकार द्वारा जारी कर दिया गया. इस योजनांतर्गत देशभर के 139 तीर्थस्थलों का समावेश किया गया.
राज्य के 66 तीर्थक्षेत्रों में नागपुर की दीक्षाभूमि, यवतमाल जिला स्थित कलंब गणपति मंदिर, नांदेड स्थित गुरुगोविंद साहेब गुरु द्वारा नांदेड जिले में स्थित रेणुका देवी मंदिर, माहुर स्थित मंदिर का समावेश किया गया. वहीं स्वर्ण मंदिर, अयोध्या का राम मंदिर, वैष्णवदेवी, अमरनाथ, जगन्नाथपुरी का भी समावेश किया गया. किंतु अमरावती जिले के सुप्रसिद्ध व हजारों भाविकों के श्रद्धास्थान अंबादेवी-एकवीरा देवी, महानुभाव पंथ की काशी रिद्धपुर, रुखमई का मायका तीर्थक्षेत्र कौंडण्यपुर का समावेश नहीं किया गया. राज्य सरकार अमरावती जिले के भी तीर्थक्षेत्रों का समावेश करें. जिससे जिले के तीर्थपर्यटन को बढावा मिलेगा, ऐसी मांग विधायक एड. यशोमति ठाकुर द्वारा राज्य सरकार से की गई.