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किसान नेता डॉ. अनिल बोंडे (Anil Bonde) ने पत्रकार परिषद में कहा
अमरावती/दि.२२ – हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा कृषि बिल पारित किया गया था. इस बिल का विरोध कुछ लोगों द्वारा किया जा रहा है. यह बिल किसानों के हित में है इसका विरोध करना अनुचित है. ऐसा प्रतिपादन पूर्व कृषि मंत्री तथा भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अनिल बोंडे ने व्यक्त किया वे सोमवार को आयोजित पत्रकार परिषद में बोल रह थे.
केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए इस बिल को लेकर डॉ. बोंडे ने कहा कि इस बिल से किसानों को अपना कृषि माल बेचने के लिए स्वतंत्र बाजार मिलेगें और मनचाहे दाम मिलेगें तथा प्रतिस्पर्धा निर्माण होगी. जो लोग किसानों का शोषण करते थे ऐसे लोगों की मनोपल्ली भी खत्म हो जाएगी.
किसान नेता डॉ. अनिल बोंडे ने पत्रकार परिषद में आगे कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों के हित में इतना बडा निर्णय लिया. जिसमें उन्हें देशभर के हजारो व्यापारी और दलालो की नाराजी सहनी पड रही है. किसानों के हित में इतना बडा साहस ७० सालों में कांग्रेस सहित अनेकों सरकारे सत्ता में आयी किंतु किसी भी नहीं किया. जो प्रधानमंत्री मोदी ने कर दिखाया है. आज कांग्रेस व्यापारियों व दलालो की की खातिर इस कृषि बिल का विरोध कर रही है. राज्य में इस बिल को लागू करने के लिए किसी प्रकार का गतिरोध निर्माण नहीं होगा. क्योंकि राज्य में सत्तारुढ शिवसेना कृषि बिल के समर्थन में है. जबकि शरद पवार राज्यसभा में बिल पेश होते समय अनुपस्थित थे. राष्ट्रवादी कांग्रेस ने संसद के उपरी सदन में बर्हिगमन किया. इस विधेयक से सहकार क्षेत्र खत्म होने की भ्रामक खबरे जानबूझकर फैलायी जा रही है. वास्तविकता यह है कि सहकार क्षेत्र को इस बिल से नए आयाम प्राप्त होंगे.