अमरावती

मिनी मंत्रालय के कद्दावर नेता उतरे मंडी के चुनाव में

कई लोगों ने भरा नामांकन

* पैनल घोषित होने की प्रतीक्षा
* 20 को स्थिति होगी स्पष्ट
अमरावती/दि.13 – स्थानीय स्वायत्त संस्थाओं के चुनाव विगत लंबे समय से स्थगित हुए पडे है. ऐसे में राजनीतिक क्षेत्र में सक्रिय रहने वाले लोगों के पास फिलहाल कोई कामधाम नहीं है. ऐसे में अपने अस्तित्व को बचाए रखने हेतु कई पूर्व जनप्रतिनिधियों द्बारा फसल मंडी के चुनाव में अपनी दावेदारी पेश करते हुए अपना नसीब आजमाया जा रहा है. जिनमें मिनी मंत्रालय कहे जाते जिला परिषद के साथ ही पंचायत समितियों के पूर्व अध्यक्ष, पूर्व पदाधिकारी व पूर्व सदस्यों का समावेश है. जो मंडी संचालक पद के चुनाव अखाडे में कूद पडे है. इसमें से कुछ ने खुद नामांकन दाखिल किया है. वहीं कुछ ने अपना पैनल उतारने की घोषणा कर रखी है.
बता दें कि, अमरावती जिले की 12 कृषि उत्पन्न बाजार समितियों के चुनाव जारी माह के अंत तक होने वाले है. इस चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. वहीं अब आगामी 20 अप्रैल तक नामांकन पीछे लिए जा सकते है. जिसके बाद चुनावी मैदान मेें डटे रहने वाले प्रत्याशियों के नामों की अंतिम सूची घोषित की जाएगी. ऐसे में जिले की 12 बाजार समितियों के करीब 218 पदों हेतु दावा ठोकने वाले प्रत्याशियों की भीड में से कौन कौन अपने कदम वापिस खिंचता है. इस ओर सहकार क्षेत्र के नेताओं का ध्यान लगा हुआ है. नामांकन वापसी की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद सहीं अर्थों में मंडी चुनाव की गहमागहमी शुरु होगी. क्योंकि प्रत्येक राजनीतिक व्यक्ति अपना वर्चस्व दिखाने हेतु इस चुनाव में साम, दाम, दंड, भेद की पूरी तैयारी के साथ उतरा दिखाई दे रहा है. यद्यपि यह चुनाव फसल मंडी का है, लेकिन इसे स्थानीय स्वायत्त संस्थाओं सहित विधानसभा चुनाव का ट्रेलर या पूर्वाभ्यास माना जा रहा है. यहीं वजह है कि, कई मौजूदा व पूर्व विधायक भी अपनी पूरी तैयारी के साथ फसल मंडी के चुनाव में अपने-अपने पैनल उतारे बैठे है. हालांकि अंतिम स्थिति 20 अप्रैल को नामांकन वापसी का समय समाप्त होने के बाद भी स्पष्ट होगा. लेकिन इतना तो तय है कि, प्रत्येक फसल मंडी में अपने-अपने पैनलों के जरिए सहकार क्षेत्र के नेता एक-दूसरे के खिलाफ खम ठोकते दिखाई देंगे.

Back to top button