हर दो घंटे में स्ट्रांग रुम का अधिकारियों व्दारा लिया जा रहा जायजा
सात उपजिलाधिकारियों की ड्यूटी, पुलिस अधिकारी भी पहुंच रहे निरीक्षण को
* दो शिफ्ट में पुलिस अधिकारियोें का बंदोबस्त
अमरावती/दि.2– लोकसभा का अमरावती संसदीय क्षेत्र का मतदान 26 अप्रैल को समाप्त होने के बाद उसी दिन देर रात तक और दुसरे दिन शाम तक जिले के 1983 मतदान केंद्रों से ईवीएम (मतपेटी) अमरावती के विद्यापीठ रोड स्थित स्टांग रुप में लाकर सील कर दी गई. अब इस स्ट्रांग रुप के चारो तरफ कडी सुरक्षा है. साथ ही हर दो घंटे में चुनाव निर्णय अधिकारी के निर्देश पर उपजिलाधिकारी हर दो घंटे में स्ट्रांग रुम का जायजा करने पहुंच रहे है. साथ ही दो शिफ्ट में पुलिस का तगडा बंदोबस्त भी जारी है.
अमरावती संसदीय क्षेत्र में आने वाले 6 विधानसभा क्षेत्र के 1983 मतदान केंद्रों पर 26 अप्रैल को शांतिपूर्वक मतदान हुआ. पश्चात उसी दिन रात से मतपेटियां अमरावती के लोकशाही भवन लाना शुरू हुआ. यह प्रक्रिया दुसरे दिन यानी शनिवार 27 अप्रैल की शाम तक चलती रही. पश्चात उम्मीदवारों के प्रतिनिधि व चुनाव विभाग के अधिकारियों की मौजुदगी में स्ट्रांग रुम को सील किया गया है. इस स्ट्रांग रुम की सुरक्षा के लिए सीआईएसएफ और एसआरपी के सशस्त्र जवान तैनात किए गए है. स्ट्रांग रुम के चारो तरफ सशस्त्र जवानों का कडा पहरा है. साथ ही स्ट्रांग रुम के बाहर स्थानीय पुलिस के जवान तैनात किए गए है. यह जवान सुबह 8 से रात 8 बजे तक 12 घंटे ऐसे दो शिफ्टों में बंदोबस्त कर रहे है. स्थानीय पुलिस जवानों को भी स्ट्रांग रुम की तरफ जाने की अनुमति नहीं है. जिला चुनाव निर्णय अधिकारी व जिलाधीश सौरभ कटियार के निर्देश पर उपजिलाधिकारी हर दो घंटे में स्ट्रांग रुम का जायजा ले रहे है. कुल 7 उपजिलाधिकारी की तरफ यह जिम्मेदारी सौंपी गयी है. साथ ही सहायक पुलिस आयुक्त व पुलिस उपायुक्त भी हर समय लोकशाही भवन पहुंच कर वहां का जायजा ले रहे है. चार दिन तक यह बंदोबस्त रहने वाला है.
108 सीसीटीवी की निगरानी
लोकशाही भवन के स्ट्रांग रुम में समूचे संसदीय क्षेत्र की ईवीएम को 39 दिनों के लिए सुरक्षित रख दिया गया है. जहां पर तीनस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है. साथ ही लोकशाही भवन के भीतर 82 एवं आसपास के परिसर सहित कुल 108 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए है. सशस्त्र जवानों के अलावा सीसीटीवी से भी स्ट्रांग रुम और आसपास के परिसर पर नजर रखी जा रही है.