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कोविड सेंटर के जरिये दवाईयों व साहित्य की आपूर्ति
अमरावती/दि.10 – ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड संक्रमण की रफ्तार को रोकने हेतु जिला परिषद के अख्तियार में रहनेवाले सभी कोरोना योध्दा दिन-रात परिश्रम कर रहे है. जिसके तहत ग्राम पंचायत, पंचायत समिती, अंगणवाडी सेविका, आशासेविका, ग्राम पंचायत कर्मचारी व ग्राम दक्षता समिती आदि के माध्यम से गांव की सीमा पर भी कोरोना संक्रमण को रोकने का प्रयास किया जा रहा है.
सरकार व प्रशासन के जरिये कोविड सेंटर शुरू करते हुए ग्रामीण क्षेत्रों से कोरोना को खत्म करने का काम शुरू हुआ. साथ ही स्वास्थ्य कर्मचारी, आशासेविका व ग्राम दक्षता समिती द्वारा गांवों पर पूरी नजर रखी जा रही है. जिसके तहत कोई भी व्यक्ति कोविड संक्रमित पाये जाने पर तुरंत ही उसके संपर्क में आनेवाले सभी लोगों की कोविड टेस्ट की जाती है और कोविड संक्रमित पाये जानेवाले मरीजों का तुरंत इलाज शुरू किया जाता है. इसके साथ ही कई गांवों में आयसोलेशन सेंटर भी शुरू किये गये है. जिसकी वजह से ग्रामीण क्षेत्र में लोगों को काफी हद तक राहत मिल रही है और अब कई समस्याओं पर मात करते हुए कई गांवों के लोगों ने कोविड संक्रमण को अपने गांव की सीमा से बाहर रखने में यश हासिल किया है.
ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ ही कोविड प्रतिबंधात्मक उपाययोजनाओं के लिए जनजागृति करने सहित अन्य सभी आवश्यक कदम उठाये जा रहे है. जिसके तहत घर-घर जाकर लोगों का सर्वे किया जा रहा है. साथ ही यदि किसी व्यक्ति में कोविड के लक्षण पाये जाते है, तो तुरंत ही उसके थ्रोट स्वैब का सैम्पल लेते हुए उसकी जांच की जाती है और रिपोर्ट पॉजीटीव आने पर संबंधित व्यक्ति को इलाज के लिए भरती कराया जाता है. साथ ही उसके संपर्क में आनेवाले अन्य लोगों की भी कोविड टेस्ट करवायी जाती है. ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों का इलाज करने हेतु जिला परिषद द्वारा जगह-जगह पर कोविड केयर सेंटर स्थापित किये गये है. जहां पर दवाईयों सहित अन्य आवश्यक वैद्यकीय साहित्य की आपूर्ति की जाती है.
स्वास्थ्य विभाग में नियमित कामकाज
जिले के विभिन्न आंकडों को संकलित करनेवाला जिला परिषद का तांत्रिक विभाग हमेशा ही परदे के पीछे रहकर काम करता है. इस विभाग के पास कोरोना के घर-घर जाकर सर्वेक्षण, कोविड केयर सेंटर व कोविड टीकाकरण के आंकडे दर्ज करने की जिम्मेदारी स्वतंत्र रूप से सौंपी गई है. साथ ही प्रशासकीय जानकारी की प्रक्रिया संभालने हेतु जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिलीप रणमले के मार्गदर्शन में एडीएचओ डॉ. रेवती साबले, डॉ. दिलीप चर्हाटे, डॉ. मनीषा सूर्यवंशी, डॉ. प्रिया सिंह, डॉ. विनोद करंजीकर, डॉ. मनीष हटवार, डॉ. शिरसाठ, डॉ. मिनल भारती, डॉ. विशाल ठाकरे, डॉ. काशिफ अनवर, डॉ. अस्मा, डॉ. सरकटे व डॉ. शुभम गायकवाड आदि सहित अन्य कर्मचारी नियमित प्रयास कर रहे है.
- 2509 कुल एक्टिव पॉजीटीव
- 872 कुल मौतें