अनैसर्गिक कृत्य से हुए रक्तस्त्राव की वजह से हुई थी ‘उस’ छात्रा की मौत
सवा 4 साल के बाद ‘डीएनए’ रिपोर्ट से सामने आयी बात
* नराधम आरोपी को पुलिस ने लिया अपनी हिरासत में
अमरावती/दि.30 – परतवाडा पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत एक गांव में स्थित आश्रम शाला में पढने वाली 14 वर्षीय नाबालिग छात्रा की सवा 4 वर्ष पहले मौत हो गई थी. उस समय परतवाडा पुलिस ने आकस्मित मौत का मामला दर्ज करते हुए इसकी फाइल को तत्कालीक तौर पर बंद कर दिया था. लेकिन परतवाडा पुलिस द्बारा डीएनए जांच हेतु भेजे गए सैम्पल की रिपोर्ट अब करीब सवा 4 साल के बाद प्राप्त हुई है. जिसमें पता चला है कि, उक्त नाबालिग छात्रा के साथ अनैसर्गिक कृत्य किया गया था. जिसकी वजह से हुए अत्याधिक रक्तस्त्राव की वजह से उक्त छात्रा की मौत हुई थी. ऐसे में परतवाडा के थानेदार संदीप चव्हाण में इस मामले में खुद शिकायत दर्ज करने के साथ ही कल 29 जून को नामदेव बलीराम दहीकर (39, म्हसोना) नामक नराधम आरोपी के खिलाफ अपराध दर्ज करते हुए उसे अपनी हिरासत में लिया.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक 17 फरवरी 2019 को संबंधित आश्रम शाला में पढने वाली मेलघाट निवासी 14 वर्षीय नाबालिग छात्रा की इर्विन अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी. उक्त छात्रा के पेट और सीने में काफी प्रचंड वेदनाएं हो रही थी. इस वजह से उसे अत्याधिक रक्तस्त्राव हुआ और इसी वजह से उसकी मौत हुई. ऐसा पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डॉक्टरों द्बारा कहा गया था. साथ ही मृतक छात्रा के शरीर पर कुछ जख्मों के भी निशान रहने की बात पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कही गई थी. लेकिन उस समय परतवाडा पुलिस के पास कोई सुराग नहीं था. ऐसे में इसे नैसर्गिक मृत्यु मानते हुए परतवाडा पुलिस ने इस मामले में आकस्मित मौत का मामला दर्ज किया था. लेकिन कुछ संदेह रहने के चलते परतवाडा पुलिस ने 21 फरवरी 2019 को नामदेव दहीकर का ब्लड सैम्पल लेने के साथ ही मृतक युवती के शरीर पर रहने वाले स्वैब के सैम्पल लेकर उन्हें डीएनए टेस्ट के लिए फॉरेंसिंक लैब में भिजवाया था. जहां से हाल ही में करीब सवा 4 साल बाद डीएनए सैम्पल की रिपोेर्ट परतवाडा पुलिस को प्राप्त हुई. जिसके मुताबिक मृतक छात्रा के शरीर पर रहने वाले स्वैब और नामदेव दहीकर का ब्लड सैम्पल आपस में जुडे हुए पाए गए. जिसके आधार पर परतवाडा पुलिस ने गुरुवार को इस मामले की फाइल दुबारा खोलते हुए नामदेव दहीकर के खिलाफ दुष्कर्म का अपराध दर्ज किया. साथ ही उसे अपनी हिरासत में लिया. पता चला है कि, वर्ष 2019 में आश्रम शाला से कुछ ही दूरी पर स्थित ईट भट्टी पर नामदेव दहीकर मजदूर के तौर पर काम किया करता था और उसने उक्त नाबालिग छात्रा पर दुष्कर्म करने के साथ ही उसके साथ अप्राकृतिक दुराचार किया था. जिसकी वजह से उक्त नाबालिग छात्रा के अंदरुनी अंगों में रक्तस्त्राव हुआ था और इसी वजह से उक्त छात्रा की तबीयत बिगडकर उसकी मौत हुई थी.
* वर्ष 2020 से आश्रम शाला है बंद
विशेष उल्लेखनीय है कि, फरवरी 2019 में अल्पवयीन छात्रा की संदेहास्पद रुप से मौत होने के चलते आदिवासी विभाग ने वर्ष 2020 में उक्त सरकारी आदिवासी आश्रमशाला को बंद करने का आदेश जारी किया था और तब से यह आश्रमशाला बंद ही पडी है.
* इस मामले में डीएनए रिपोर्ट प्राप्त होने के चलते पूरा माजरा उजागर हुआ. मृतक छात्रा के शव से लिए गए स्वैब के सैम्पल से संदेहित आरोपी नामदेव दहीकर का ब्लड सैम्पल मेल खा गया. जिसके चलते इस मामले में अनैसर्गिक कृत्य करने, सदोष मनुष्यवध व पोक्सो की धाराओं के तहत अपराध दर्ज करते हुए नामदेव दहीकर को आरोपी के तौर पर गिरफ्तार किया गया है.
– संदीप चव्हाण,
थानेदार, परतवाडा पुलिस स्टेशन