अमरावती

धारणी व चिखलदरा के विषय शिक्षकों को कार्यमुक्त करे

राष्ट्रीय मूल निवासी बहुजन कर्मचारी संघ की पत्रकार वार्ता में मांग

अमरावती/ दि.7– जिप अमरावती शिक्षा विभाग प्राथमिक अंतर्गत 2 दिसंबर व 3 दिसंबर 2021 को विषय शिक्षक की प्रत्यक्ष समूपदेशन व्दारा पदस्थापना की. 8 दिसंबर को आदेश जारी किये गए. अमरावती जिले के 14 पंचायत समिति में से 12 पंचायत समिति में से शिक्षकों को तत्काल कार्यमुक्त कर पदस्थापना के स्कूल में ज्वाइन करा लिये गए. परंतु धारणी व चिखलदरा पंचायत समिति के शिक्षकों को अब तक कार्यमुक्त नहीं किया गया. इसके कारण शिक्षकों के शारीरिक व मानसिकता पर गंभीर परिणाम दिखाई दे रहा है. कार्यमुक्त न करने पर उनके साथ अन्याय किया जा रहा है, उन्हें तत्काल कार्यमुक्त किया जाए, ऐसी मांग राष्ट्रीय मूल निवासी बहुजन कर्मचारी संघ ने और स्थानीय वालकट कंपाउंड स्थित मराठी पत्रकार भवन में आयोजित पत्रकार परिषद के माध्यम से की है.
पत्रकार परिषद में प्रा.तपोविन पाटील, मिलिंद आठवले, नरेंद्र सुखदेवे, एड. सुनील डोंगरदीवे उपस्थित थे. आगे जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि, जो सहायक शिक्षकों ने विषय शिक्षक के रुप में पदोन्नति स्वीकारी, मगर उन्हें अब तब कार्यमुक्त नहीं किया, इसके कारण उन्हें सेवावरिष्ठता पर इसी तरह आर्थिक बातों को लेकर विपरित परिणाम हुआ है. बीएड, बीए ऐसी शिक्षा पात्रता होने के बाद पर उन्हें पदस्थापना की जगह पर ज्वाईन नहीं किया गया. इसके कारण माध्यमिक शिक्षक व केंद्र प्रमुख पदोन्नति के लिए उनकी पात्रता मान्य न करने से उन्हें वंचित रहना पडा. जिन्होेंने उच्च श्रेणी मुख्याध्यापक के रुप में पदोन्नति स्वीकार कर ली, उन्हें धारणी व चिखलदरा इन दुर्गम क्षेत्र से कार्यमुक्त कर सर्वसाधारण क्षेत्र में ज्वाईंन किया गया. वह नियम विषय शिक्षकों पर नहीं लागू किया. धारणी व चिखलदरा पंचायत समिति में कार्यरत शिक्षकों को पदोन्नति आदेश में मुद्दा क्रमांक 3 की शर्त लागू नहीं है. आदिवासी क्षेत्र से आदिवासी क्षेत्र में जो सहायक शिक्षक को विषय शिक्षक के रुप में पदोन्नति दी गई. उसमें से कुछ शिक्षकों को कार्यमुक्त किया गया और उस शिक्षकों को कार्यमुक्त न करने से शिक्षकों में भेदभाव निर्माण होने की भावना दिखाई दे रही है.
जिस उद्देश्य के लिए सहायक शिक्षकों ने विषय शिक्षक के रुप में पदोन्नति स्वीकार की, वह उद्देश्य से उन्हें अब तक कार्यमुक्त न किये जाने से सफल नहीं हुआ, इसका गंभीर परिणाम विषय शिक्षकों की मानसिकता पर दिखाई दे रहा है. धारणी पंचायत समिति के विषय शिक्षकों को आदेश प्राप्त्ा हुए है औ चिखलदरा के शिक्षकों को अब तक आदेश नहीं मिले. जिससे भ्रम की स्थिति निर्माण हुई है. वर्ष 2016 में विषय शिक्षक नियुक्ति की नियम व शर्त में आदिवासी तथा गैर आदिवासी क्षेत्र ऐसी शर्त कार्यमुक्ति के लिए नहीं थी. परंतु वर्ष 2021 में विषय शिक्षक पदोन्नति में कार्यमुक्त करने के लिए पर्यायी व्यवस्था होने पर ही कार्यमुक्त किया जाए, ऐसी शर्त रखी गई. यह शर्त अन्यायकारक है. इस शर्त के बारे में शासन ने पत्र जारी किया है या नहीं, इसको लेकर संभ्रम है. जिस शर्त के आधार पर कार्यमुक्त नहीं किया, वह शर्त जिला प्रशासन पूरी कर शिक्षकों को कार्यमुक्त करे. विषय शिक्षकों को पदोन्नति की तारीख से सेवा पुस्तक में दर्ज कर पहले की तरह मिलने वाला आर्थिक लाभ दिया जाए. जैेसी विभिन्न मांग पत्रकार परिषद के माध्यम से की गई.

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