अमरावती

19 फ्रॉड प्राध्यापकों पर लटकी कार्रवाई की तलवार

आर्थिक अपराध शाखा ने अमरावती विद्यापीठ को सौंपी सूची

अमरावती/दि.24– संत गाडगे बाबा अमरावती विद्यापीठ से संलग्नित महाविद्यालयों में 19 लोगों ने नेट-सेट उत्तीर्ण रहने के फर्जी प्रमाणपत्र प्रस्तुत करते हुए भारी भरकम वेतन पर प्राध्यापक व सहयोगी प्राध्यापक की नौकरी हासिल की. इस बेहद सनसनीखेज मामले की जानकारी कुछ सजग नागरिकों ने सीधे पुलिस में दर्ज कराई. जिसके आधार पर आर्थिक अपराध शाखा ने अमरावती विद्यापीठ को उन 19 फ्रॉड प्राध्यापकों के नाम व पते की सूची उनके महाविद्यालयों के नाम सहित भेजी है. परंतु हैरत की बात यह है कि, इस बात को दो माह का समय बीत जाने के बावजूद भी उन प्राध्यापकों के फर्जी प्रमाणपत्रों की जांच-पडताल नहीं हुई और कोई ठोस निर्णय भी नहीं हुआ. ऐसे में सवाल पूछा जा रहा है कि, कई खुद विद्यापीठ प्रशासन द्वारा ही तो ऐसे फ्रॉड प्राध्यापकों को बचाने का प्रयास नहीं किया जा रहा.
बता दें कि, केंद्रीय विद्यापीठ अनुदान आयोग ने वाशिम जिले के कामरगांव स्थित कला व विज्ञान महाविद्यालय के सहयोगी प्राध्यापक सुरेंद्र चव्हाण का नेट परीक्षा प्रमाणपत्र फर्जी रहने की बात 27 अक्तूबर 2023 को घोषित की थी. जिसके बाद अब कही जाकर अमरावती विद्यापीठ की नींद खुली है और फर्जी नेट-सेट प्रमाणपत्रों की पडताल करने हेतु महाविद्यालय के साथ पत्रव्यवहार किया जा रहा है. परंतु विगत 2 माह से इस बेहद गंभीर मामले में विद्यापीठ में कोई ठोस निर्णय नहीं लिया है.
नेट-सेट के फर्जी प्रमाणपत्र कहां से आए और संबंधित प्राध्यापकों की नियुक्ति के समय इन फर्जी प्रमाणपत्रों की वरिष्ठों द्वारा जांच क्यों नहीं की गई. इन सभी सवालों के जवाब विद्यापीठ द्वारा अब तक खोजे नहीं गए है. वहीं आर्थिक अपराध शाखा द्वारा 7 सितंबर 2023 को अमरावती विद्यापीठ को फर्जी नेट-सेट प्रमाणपत्र प्राप्त करने वाले प्राध्यापकों की सूची भेजे जाने के बावजूद भी विद्यापीठ ने अब तक संबंधितों के खिलाफ कार्रवाई करने हेतु कोई भी कदम नहीं उठाए है. यह अपने आप में विशेष उल्लेखनीय है.

* हमारे महाविद्यालय में 4 प्राध्यापकों के नेट-सेट प्रमाणपत्र के संदर्भ में शिकायत रहने की जानकारी है. परंतु इस बारे में विद्यापीठ से अधिकृत तौर पर कोई भी पत्रव्यवहार नहीं हुआ है. इन चारों प्राध्यापकों की सन 2005 से 2020 की कालावधि में नियुक्तियां हुई थी.
– डॉ. आर. ई. खडसान,
प्राचार्य, श्री ज्ञानेश्वर मस्कुजी गुरुंगले विज्ञान व कला महाविद्यालय,
शेगांव, जि. बुलढाणा

* पुलिस आयुक्तालय स्तर पर मिली शिकायतों के मद्देनजर फर्जी नेट-सेट प्रामणपत्रों की पडताल करने हेतु प्राध्यापकों के नाम उनके महाविद्यालयों सहित अमरावती विद्यापीठ को भेजी गई है. जिसके अनुसार विद्यापीठ द्वारा संबंधित महाविद्यालय को पत्र भेजे जाने की जानकारी है. फर्जी प्रमाणपत्रों पर नौकरी हासिल करना अपने आप में बेहद गंभीर मामला है. जिसमें सभी कानूनी पहलूओं की जांच करते हुए जल्द ही अपराध दर्ज किया जाएगा.
– शिवाजी बचाटे,
निरीक्षक, आर्थिक अपराध शाखा

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