अमरावती

अचलपुर नप के 9 तत्कालीन अधिकारियों पर टंगी कार्रवाई की तलवार

जिलाधीश कार्यालय की ओर से भेजे गए नाम

अमरावती/दि.4– अचलपुर नगर परिषद अंतर्गत अण्णाभाउ साठे नागरी दलित वस्ती सुधार योजना के विकास कामों में होने वाले आरोप-प्रत्यारोप को देखते हुए जिलाधीश द्वारा अचलपुर नप के तत्कालीन तीन मुख्याधिकारियों, तीन नगर अभियंता व दो कनिष्ठ अभियंताओं के नाम नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव व नगर परिषद प्रशासन संचालनालय (मुंबई) के पास उचित कार्रवाई हेतु प्रस्तुत किए गए.

बता दें कि, अण्णाभाउ साठे नागरी दलित बस्ती सुधार योजनांतर्गत वर्ष 2014-15 के दौरान अचलपुर शहर में एक तथा वर्ष 2017-18 के दौरान परतवाडा शहर में दो काम मंजूर किए गए थे. सरकार की मंजूरी के अनुसार इन तीनों कामों की बजटिय रकम 73 लाख 53 हजार 60 रुपए थी. जिसमें से हुए कामों पर अचलपुर नगर परिषद की ओर से 47 हजार 91 हजार 169 रुपए खर्च किए गए थे. इन कामों के संदर्भ में अधिकारियों पर कार्रवाई की तलवार टंगी हुई है. इसमें से तीनों नगर अभियंता अब सेवा निवृत्त हो चुके है. वहीं कनिष्ठ अभियंता का निधन हो चुका है.

* जांच समिति गठित
अचलपुर नगर परिषद द्वारा काम किए बिना ही बिल जारी किए जाने का आरोप लगाया गया था. साथ ही लिखित शिकायत भी की गई थी. जिसके मद्देनजर गठित की गई जांच समिति ने इन कामों का मुआयना किया और प्रत्यक्ष कार्यस्थल का निरीक्षण भी किया. जिसके बाद जांच समिति ने निष्कर्ष निकाला कि, काम का बजट और प्रत्यक्ष साइट पर किए गए काम का आपस में कोई तालमेल नहीं है तथा लापरवाही से बजट बनाए जाने के चलते काम अधूरा दिखाई दे रहा है.

* जगह बदलने का मामला गंभीर
अचलपुर में काम की जगह को ही बदल देने का मामला गंभीर रहने की बात जांच समिति ने अपनी स्थल निरिक्षण रिपोर्ट में कही है. साथ ही यह भी कहा गया कि, नगर परिषद से प्रस्ताव लेते हुए संबंधित प्राधिकरण की पूर्व मंजूरी जगह बदलते समय नहीं ली गई. ऐसे में संबंधितों से खुलासा मांगने के साथ ही संबंधितों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई करने की आवश्यकता बेहद जरुरी है.

* संबंधित तत्कालीन अधिकारियों के नाम
इन कामों के लिए अचलपुर नगर परिषद से सहायक आयुक्त नगर विकास शाखा (श्रेणी-1) व जिलाधीश कार्यालय द्वारा जिम्मेदार अधिकारियों के नाम मंगवाए गए थे. जिसके चलते तत्कालीन मुख्याधिकारी प्रदीप जगताप, अश्वीनी वाघमले व आन. एन. फातले, तत्कालीन नगर अभियंता एन. डी. जोशी, के. आर. अलकरी व आर. एन. तायडे तथा कनिष्ठ अभियंता सैय्यद करीम सैय्यद मन्नान व ओ. जी. रामावत के नाम जिलाधीश कार्यालय को भेजे गए. जिन्हें जिलाधीश कार्यालय ने नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव एवं नगर परिषद प्रशासन संचालनालय (मुंबई) के पास आगे की कार्रवाई के लिए भेज दिया है.

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