400 पार का लक्ष्य स्पष्ट, लेकिन अनीति का साथ नहीं देंगे
पूर्व मंत्री व विधायक प्रवीण पोटे ने दिये राजनीतिक संकेत
अमरावती/दि.26 – आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा को 370 तथा एनडीए को 400 से अधिक सीट मिलने का लक्ष्य बिल्कुल स्पष्ट है. साथ ही यह भी तय है कि, लगातार तीसरी बार नरेंद्र मोदी ही देश के प्रधानमंत्री बनने जा रहे है. लेकिन इसके साथ ही हमने यह भी ध्यान रखना चाहिए कि, खुद भगवान श्रीकृष्ण ने अपने लक्ष्य को स्पष्ट रखने के साथ ही अनीति पर चलने वाले लोगों के खिलाफ शस्त्र उठाने व युद्ध करने का संदेश दिया था और हम भी भगवान श्रीकृष्ण के इस संदेश का पालन करेंगे. इस आशय के शब्दों में पूर्व पालकमंत्री व विधायक प्रवीण पोटे पाटिल ने अगले लोकसभा चुनाव को लेकर अपनी राजनीतिक भूमिका स्पष्ट करने का प्रयास किया है.
गत रोज माता खिडकी परिसर स्थित श्रीकृष्ण मंदिर के प्रवेश द्वार का लोकार्पण करने हेतु आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त करते हुए पूर्व मंत्री व विधायक प्रवीण पोटे पाटिल ने भगवान श्रीकृष्ण के जीवन चरित्र का उल्लेख करने के साथ ही जमकर राजनीतिक टीका टिप्पणी भी की. इस समय उन्होंने जहा एक ओर अपने मंत्रित्व कार्यकाल के दौरान भाजीबाजार परिसर स्थित श्रीकृष्ण मंदिर व महानुभाव पंथियों की काशी कहे जाते श्री क्षेत्र रिद्धपुर के विकास हेतु उपलब्ध कराई गई निधि का उल्लेख किया. वहीं रिद्धपुर में मराठी विद्यापीठ की स्थापना हेतु अपने द्वारा किये गये प्रयासों की भी उपस्थितों को जानकारी दी और यह भी बताया कि, उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान अमरावती जिले के सभी तीर्थक्षेत्रों व पर्यटन स्थलों के विकास हेतु निधि उपलब्ध कराई थी. साथ ही उनके कार्यकाल दौरान अमरावती जिले के विकास हेतु 24 हजार करोड रुपयों की निधि को मंजूरी मिली थी. इस समय विधायक व भाजपा शहराध्यक्ष प्रवीण पोटे का यह भी कहना रहा कि, केवल उनके कार्यकाल में जिले का विकास हुआ, ऐसा उनका दावा कतई नहीं है. बल्कि उनसे पहले व उनके बाद के जनप्रतिनिधियों ने भी अपने-अपने स्तर पर जिले के विकास हेतु काम किये. परंतु इस मामले में वे सबसे आगे है.
विशेष उल्लेखनीय है कि, इस कार्यक्रम में कांग्रेस नेत्री तथा पूर्व मंत्री व विधायक यशोमति ठाकुर तथा कांग्रेस नेता व पूर्व महापौर विलास इंगोले सहित कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं व पदाधिकारियों की भी मौजूदगी थी. जिनकी ओर इंगित करते हुए पूर्व मंत्री व विधायक प्रवीण पोटे ने कहा कि, उन्होंने वर्ष 2012 तथा वर्ष 2018 में सभी का सहयोग प्राप्त करते हुए विधान परिषद का चुनाव जीता था. विशेष तौर पर वर्ष 2018 के चुनाव में कांग्रेस के स्थानीय नेताओं ने अपने पास 114 वोट रहने के बावजूद कांग्रेस प्रत्याशी के लिए केवल 17 वोट ही रखे थे और बाकी के वोट उन्हें दिला दिये थे. जिसके चलते उनकी रिकॉर्ड वोटों के साथ जीत हुई थी. क्योंकि उस समय कांग्रेस के स्थानीय नेताओं को भी पता था कि, वे (पोटे) ही जिले के विकास हेतु बडे पैमाने पर निधि ला सकते है.
इसी समय आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर संभावित राजनीतिक हालात के संदर्भ में अपने विचार व्यक्त करते हुए विधायक प्रवीण पोटे पाटिल ने कहा कि, आगामी चुनाव में भाजपा को 370 व एनडीए को 400 से अधिक सीटे मिलना तय है. साथ ही पीएम मोदी का लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनना भी निश्चित है. लेकिन जहां तक अमरावती संसदीय सीट का सवाल है, तो यहां पर हम उसका साथ देंगे, जो नीतियों पर चलता हो. क्योंकि अनीति पर चलने वाली प्रवृत्ति के लोगों के खिलाफ शस्त्र उठाने व उनसे युद्ध करने का संदेश तो खुद भगवान श्रीकृष्ण ने दिया था. इस समय किसी का भी नाम लिये बिना विधायक प्रवीण पोटे पाटिल ने इशारों ही इशरों में साफ कर दिया कि वे किसके खिलाफ रहेंगे और यदि पार्टी द्वारा उनके किसी धुर विरोधी रहने वाले व्यक्ति को प्रत्याशी बनाया जाता है, तो फिर उनकी भूमिका क्या रहेगी.