अमरावतीमहाराष्ट्र

मेलघाट की स्ट्राबेरी का स्वाद अनोखा

पर्यटकों के लिए आकर्षण

* किसानों ने बदला फसल पैटर्न
अमरावती/ दि. 26-मेलघाट के चिखलदरा में किसानों ने फसल पैटर्न में परिवर्तन करते हुए अब स्ट्राबेरी की खेती शुरू की है. अच्छा उत्पादन होने के साथ यहां के फल का अलग स्वाद रहने से वह शौकीनों को बडा पसंद आ रहा है. जिससे यहां के किसानों को अच्छी आमदनी की भी संभावना देखी जा रही है.
6 गांवों में 50 किसान
चिखलदरा तहसील के 5-6 गांवों मेें 50 किसान 100 प्रतिशत अनुदान के साथ स्ट्राबेरी उगा रहे हैं. उन्हें शिवाजी उद्यान विद्या महाविद्यालय गत 4-6 वर्षो से लगातार प्रोत्साहित और सहकार्य कर रहा है. यहां की स्ट्राबेरी का स्वाद अनोखा हैं. यहां आनेवाले पर्यटक यह स्ट्राबेरी अवश्य चख रहे हैं. उसी प्रकार नागपुर के रास्ते यहां की पैदावार देशभर में भेजी जा रही है.
250 रूपए किलो
25 किसानों ने स्ट्राबेरी की फसल ली. पहले ही वर्ष में सभी किसानों को दो लाख रूपए की आमदनी होने का दावा किया जा रहा हैं. मोथा में सर्वाधिक उत्पादन होने की जानकारी देते हुए बताया गया कि यहां का माल 250 रूपए प्रति किलो की दर से बेचा जा रहा है. इसलिए पर्यटक यहां बडे चाव से स्टॉल से स्ट्राबेरी खरीद रहे हैं.
प्रति एकड 30-40 किलो
स्ट्राबेरी की बागवानी हेतु प्रति एकड 3 लाख रूपए खर्च आता है. बुआई पश्चात दो माह में उत्पादन शुरू हो जाता है. ऐसे में दिन में एक एकड से 30-40 किलो उत्पादन होता है. फिलहाल सीजन मार्च तक कायम रहेगा. मोथा, मडकी, आलाडोह गांवों में स्ट्राबेरी की खेती हो रही है. जिसे देखने के लिए पर्यटक भी हौस कर रहे हैं. लाल सूर्ख और मीठी स्ट्राबेरी यहां के जीवन में परिवर्तन लाने की संभावना जानकार देख रहे हैं.

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