मेलघाट के आर्गेनिक जामुन का स्वाद पर्यटकों को किया मोहित

* मध्य प्रदेश में निर्यात
चिखलदरा/दि.26-पहाडियों के बीच बसे मेलघाट में बारिश का आगमन होते ही यहां का मौसम सुहाना हो गया है. सडक के किनारे विक्री के लिए उपलब्ध आर्गेनिक जामुन ने सैलानियों को मोहित किया है. इन रसीले जामुन का स्वाद सैलानियों को खूब भा गया है. गर्मियों में जब सूरज अपनी तपिश से झुलसाना शुरू कर देता है तो प्रकृति खूबसूरत जामुनी रंग का फल देती है-जामुन. यह खाने में जितना रसीला और स्वादिष्ट होता है, सेहत के लिए भी उतना ही फायदेमंद होता है.
मेलघाट प्रचुर प्राकृतिक सुंदरता है. यहां पर बडे पैमाने पर प्राकृतिक संपदा अस्तित्व में है. इसके साथही प्रकृति ने मेलघाट को समृद्ध किया है. इसमें अनेक प्रकार के फलपौधे है. इन दिनों मेलघाट में आम और जामुन बडे पैमाने पर उपलब्ध है. मेलघाट के आर्गेनिक जामुन को पर्यटक खूब पसंद कर रहे है. इसके साथही मेलघाट के जामुन परतवाडा, अंजनगांव, धारणी, मध्य प्रदेश, अमरावती, अकोट और अकोला तक पहुंच रहे है.
* औषधिय गुणों से भरपूर
जामुन में औषधिय गुण और शुद्धता होने से इसके ज्यादा डिमांड होती है. इन जामुन की निर्यात औषधी के लिए भी बडे पैमाने पर की जाती है. एंटी शुगर के रूप में जामुन के बीज का उपयोग किया जाता है. इतनाही नहीं तो जामुन में फाइबर भी बडे पैमाने पर उपलब्ध होता है.
* जामुन खाने के कई फायदे
जामुन खाने के कई फायदे हैं, जिनमें डायबिटीज नियंत्रण, वजन घटाना, हीमोग्लोबिन बढाना, और हृदय स्वास्थ्य में सुधार शामिल हैं. जामुन में एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन सी भी पाए जाते हैं जो त्वचा और आंखों के लिए भी फायदेमंद हैं.
* आयुर्वेद में विशेष स्थान
जामुन का जिक्र पौराणिक कहानियों में मिलता है. आयुर्वेद में भी इसे विशेष स्थान प्राप्त है, इसके फल और पत्ती दोनों से आयुर्वेदिक दवाएं बनती हैं. जामुन खाने से ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है. इससे पाचन सुधरता है, इम्यूनिटी बढती है और यह दिल की सेहत के लिए भी फायदेमंद है.
* आदिवासी भाईयों का आर्थिक बल
मेलघाट में जामून के पेड बडे पैमाने पर है. गांव, खेत तथा जंगल में से जामून इकट्ठा कर लाया जाता है. इससे स्थानीय आदिवासी भाईयों को रोजगार मिलने के साथ-साथ आर्थिक बल भी मिल रहा है. बडे पैमाने पर जामून मेलघाट के बाहर निर्यात होने से जामून ने मेलघाट के आदिवासी भाईयों को आर्थिक रुप से सक्षम बनाया है.