मार्च में ही पारा 40 डिग्री के पार
अप्रैल में भीषण गर्मी पडने के पूरे आसार

* इस बार जमकर झुलसेगा विदर्भ क्षेत्र
अमरावती/दि.26 – यूं तो अमरावती शहर व जिले सहित संभाग एवं पूरे विदर्भ क्षेत्र में हर साल भीषण गर्मी पडती है और प्रति वर्ष गर्मी के मौसम दौरान तापमान कोई नया रिकॉर्ड बनाता है. इसके पूरे आसार इस वर्ष भी अभी से दिखाई दे रहे है. क्योंकि अभी मार्च महिना ही चल रहा है और मार्च माह में ही तापमान में 40 डिग्री सेल्सीअस के स्तर को पार कर लिया है. जिसके चलते सहज अनुमान लगाया जा सकता है कि, आगामी अप्रैल व मई माह में और भी अधिक भीषण व शरीर झुलसा देनेवाली गर्मी पडनेवाली है. जिससे पूरा विदर्भ क्षेत्र जमकर झुलसेगा. इस बात को ध्यान में रखते हुए मौसम विभाग ने ग्रीष्मलहर को लेकर अभी से ही हाईअलर्ट जारी कर दिया है.
इस संदर्भ में मौसम विभाग की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक इस साल अमरावती व विदर्भ सहित समूचे देश में तापमान सामान्य से अधिक रहेगा और कई शहरों में अधिकतम तापमान का स्तर 45 डिग्री सेल्सीअस से भी उपर जा सकता है. ज्ञात रहे कि, कल मंगलवार को अमरावती जिले का अधिकतम तापमान 40.2 डिग्री सेल्सीअस दर्ज किया गया. यद्यपि रात के समय न्यूनतम तापमान 19.8 डिग्री रहा, परंतु यह विगत दो दिनों की तुलना में 2 डिग्री अधिक है. जिसका सीधा मतलब है कि अब धीरे-धीरे दिन के साथ-साथ राते भी गर्म हो रही है. वहीं पूरी संभावना जताई जा रही है कि, मार्च माह के तुरंत बाद अप्रैल माह के प्रारंभ से ही तापमान में अचानक ही इजाफा हुआ उछाल दिखाई दे सकता है. जिसके चलते मौसम विभाग ने अभी से अलर्ट जारी कर दिया है.
* स्वास्थ विभाग ने भी सावधानी बरतने का किया आवाहन
जैसे-जैसे धूप और गर्मी तेज हो रही है, उसे देखते हुए स्वास्थ विभाग ने भी नागरिकों से सावधानी व सतर्कता बरतने का आवाहन करना शुरु कर दिया है. इसके तहत स्वास्थ विभाग ने सभी सरकारी अस्पतालों में उष्माघात कक्ष तैयार करने के साथ ही नागरिकों से भी आवाहन किया है कि, वे तेज धूप के समय अपने घर से बाहर न निकले और बेहद जरुरी होने पर घर से बाहर निकलते समय अपने सिर व चेहरे को सुती कपडे से अच्छी तरह ढांक ले. साथ ही तेज धूप के दौरान खुले आसमान के नीचे मेहनत-मजदूरी वाले काम बिलकुल न किए जाए.
* दुपट्टों व टोपीयों का जमकर होने लगा प्रयोग
इन दिनों गर्मी का आलम यह है कि, सुबह 10 बजे के आसपास ही तेज धूप के चटके लगने शुरु हो जाते है. ऐसे में लोगबाग 10-11 बजे के आसपास अपने घर से बाहर निकलते समय सुती दुपट्टे व टोपीयों का प्रयोग करने लगे है. साथ ही साथ महिलाओं द्वारा सनकोट व हैंडग्लव्ज का भी प्रयोग किया जाने लगा है. इसके अलावा कई लोगों द्वारा घर से बाहर पैदल निकलते समय छातों का भी प्रयोग किया जा रहा है, ताकि तेज धूप से बचाव हो सके.