अमरावती

26 जनवरी को खत्म होगा 12 फसल मंडियों का कार्यकाल

समयावृध्दि या प्रशासक राज को लेकर उत्सुकता बढी, इससे पहले पांच बार बढाया जा चुका है कार्यकाल

अमरावती दि.15 – इससे पहले पांच बार समयावृध्दि प्राप्त कर चुकी जिले की 12 कृषि उत्पन्न बाजार समितियों का कार्यकाल आगामी 23 जनवरी को खत्म होने जा रहा है. चूंकि इस समय कोविड संक्रमण की तीसरी लहर शुरू हो चुकी है. ऐसे में फसल मंडियों के संचालक मंडल को एक बार फिर समयावृध्दि मिलती है, या फसल मंडियों में प्रशासक की नियुक्ति की जाती है, इस ओर सहकार क्षेत्र के दिग्गजों का ध्यान लगा हुआ है. हालांकि इस समय सेवा सहकारी संस्थाओं के चुनाव हो रहे है. जिसके देखते हुए बाजार समितियों में भी निर्वाचन कार्यक्रम घोषित होने की संभावना दिखाई दे रही है.
बता दें कि, जिले में 12 कृषि उत्पन्न बाजार समितियों के संचालक मंडल की अवधि खत्म हो चुकी है. जिसमें से नांदगांव खंडेश्वर, धामणगांव रेल्वे व अंजनगांव सूर्जी की बाजार समितियोें में प्रशासक की नियुक्ति की जा चुकी है. वहीं इन तीनों फसल मंडियों सहित जिले की सभी 12 फसल मंडियों में चुनाव करवाये जाने की तैयारी चल ही रही थी कि, कोविड संक्रमण की पहली लहर की शुरूआत हुई. जिसके चलते बाजार समितियोें के चुनाव टालते हुए मौजूदा संचालक मंडलों के कार्यकाल को ही समयावृध्दि दी जाने लगी. इसके तहत अलग-अलग समय पर छह-छह माह के लिए बाजार समितीयों के कार्यकाल को आगे बढाया जाता रहा. इसके तहत 23 अक्तूबर को बाजार समितियों का कार्यकाल खत्म होने पर चुनावी तैयारियां शुरू कर दी गई थी. किंतु इसी समय मुंबई उच्च न्यायालय के औरंगाबाद खंडपीठ द्वारा दिये गये आदेश की वजह से चुनावी कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया है और पहले सेवा सहकारी संस्थाओं के चुनाव व बाद में बाजार समिती के चुनाव करवाये जाने का नियोजन किया गया. ऐसे में 23 अक्तूबर को पांचवी बार तीन माह के लिए बाजार समितियों के संचालक मंडलों के कार्यकाल को समयावृध्दि दी गई, जो आगामी 23 जनवरी को खत्म होनेवाली है.
जहां एक ओर फसल मंडियों के संचालक मंडलों को पांचवी बार दी गई समयावृध्दि खत्म होने जा रही है, वहीं दूसरी ओर इस समय जिले में सेवा सहकारी संस्थाओं के चुनाव कोविड संक्रमण के हालात के बीच 6 चरणों में हो रहे है. ऐसे में सवाल पूछा जा रहा है कि, क्या एक बार फिर बाजार समितियों के संचालक मंडल को समयावृध्दि मिलेगी, या फिर बाजार समितियों में प्रशासक की नियुक्ति करते हुए चुनाव करवाये जाने की तैयारी की जायेगी.

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