अमरावती

बाजार समिती संचालक मंडल का कार्यकाल हुआ समाप्त

चुनाव के लिए पुन: समयवृध्दि या प्रशासक की नियुक्ति?

  • संचालकों की जान अटकी अधर में

अमरावती/प्रतिनिधि दि.१३ – अमरावती कृषि उत्पन्न बाजार समिती के संचालक मंडल के कार्यकाल की अवधि सोमवार 12 अप्रैल को खत्म हो गयी. ऐसे में संचालक मंडल को दुबारा समयावृध्दि दी जाये या फिर यहां पर प्रशासक की नियुक्ति की जाये, इसे लेकर काफी संभ्रम देखा जा रहा है. इस बीच सरकार के पास एक प्रस्ताव भेजा जा चुका है. किंतु फिलहाल समयावृध्दि देने को लेकर सरकार की ओर से कोई आदेश प्राप्त नहीं हुआ है. ऐसी जानकारी जिला उपनिबंधक संदीप जाधव द्वारा दी गई है.
बता दें कि, अमरावती कृषि उत्पन्न बाजार समिती के संचालक मंडल का कार्यकाल विगत वर्ष 12 अक्तूबर 2020 को ही खत्म हो गया था और नये संचालक मंडल के लिए चुनाव अपेक्षित रहने के बीच ही कोविड संक्रमण के खतरे को देखते हुए सरकार ने चुनाव को 6 माह के लिए आगे टालने का आदेश जारी किया. जिसके चलते मौजूदा संचालक मंडल को छह माह की समयावृध्दि मिली.
मौजूदा संचालक मंडल द्वारा अपने पांच वर्ष के कार्यकाल दौरान बाजार समिती में कोई खास बदलाव किये जाने का कोई उदाहरण नहीं है. यहां पर 18 करोड रूपयों के विकास कार्य अब भी प्रलंबित है. जिनके लिए बार-बार निविदा प्रक्रिया हुई है. किंतु काम शुरू नहीं किये जा सके. साथ ही इस दौरान सभापति बदलने के राजनीतिक खेल में ही अधिकांश समय बीत गया और पांच वर्ष के दौरान फसल मंडी में तीन सभापति बने. पश्चात 12 अक्तूबर 2020 को कार्यकाल खत्म हो जाने के बावजूद चुनाव आगे टल जाने की वजह से मौजूदा संचालक मंडल ही कायम रहा और 12 अप्रैल 2021 को समयावृध्दि की अवधि भी समाप्त हो जाने से संचालक मंडल के भविष्य पर प्रश्नचिन्ह लगता दिख रहा है. ऐसे में अब यह देखना दिलचस्प होगा कि, मौजूदा संचालक मंडल को एकबार फिर समयावृध्दि मिलती है, या फिर यहां पर प्रशासक की नियुक्ति की जाती है. किंतु इस पेंच की वजह से फिलहाल मौजूदा संचालक मंडल की जान हलख में अटकी हुई है और सभी संचालक चाह रहे है कि, प्रशासक की नियुक्ति होने की बजाय मौजूदा संचालक मंडल को एक बार फिर समयावृध्दि मिल जाये.

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