* 11 मांगों पर जोर
* एड. वामनराव चटप द्वारा जानकारी
अमरावती /दि. 4– विदर्भ राज्य आंदोलन समिति ने पृथक विदर्भ राज्य की मांग पुन: मुखर करते हुए आगामी 23-24 मार्च को नागपुर में तृतीय अधिवेशन का आयोजन किया है. जिसमें विदर्भ राज्य अलग होने से ही यहां का विकास संभव होने की जानकारी अध्ययन के साथ रखी जाएगी. यह जानकारी आज आयोजित पत्रकार वार्ता में अध्यक्ष एड. वामनराव चटप ने दी. इस समय उनके साथ श्रीमती रंजना मामर्डे, राजेंद्र आगरकर, दिलीप भोयर, प्रा. पी. आर. राजपूत, डॉ. विजय कुबडे, रियाज खान, सुनील साबले, गणेश कुसराम, अशोक हांडे, वीणा मुले, पांडुरंग सोनवाने, प्रकाश लड्ढा, सतीश प्रेमलवार आदि उपस्थित थे.
पूर्व विधायक एड. चटप ने विदर्भ कितना पिछडा है, इसका आंकडों सहित ब्यौरा मीडिया के सामने रखा. उन्होंने दावा किया कि, आज महाराष्ट्र 7 लाख 14 हजार करोड के कर्ज से दबा है. जबकि विदर्भ का सिंचाई अनुशेष आज भी 60 हजार करोड का है. उन्होंने दावा किया कि, 120 वर्षो से विदर्भ राज्य की मांग की जा रही है. यहां के लोगों को न्याय देने के वास्ते तत्काल अलग राज्य का गठन किया जाए. देश के अन्य भागों की तरह विदर्भ के लोगों को भी सम्मान से रहने का अधिकार प्रदान करने आगामी अधिवेशन में संघर्ष की दिशा तय की जाएगी. उन्होंने बताया कि, अधिवेशन में अनाज पर जीएसटी रद्द करने, बडनेरा-वाशिम नई रेल लाईन बिछाने, मेलघाट में विश्वविद्यालय स्थापित करने, सर्पदंश से मृत व्यक्ति को भी वन्यजीव से होनेवाली मृत्यु जैसा मुआवजा दिए जाने, किसानों को कर्जमुक्त करने का आवाहन किया गया है.