अमरावती/ दि.19 – कोरोना की तीसरी लहर दस्तक देने को तैयार होने की चेतावनी विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दी है. डेल्टा प्लस वेरियन्ट से यह आपदा बढने की संभावना बढ गई है. अन्य देशों में लहर ने अपना कहर बरपाना श्ाुरु किया है. जिसके चलते जिले में भी प्रशासन की चिंता बढ गई है. इसकी उपाय योजना की तैयारी की दृष्टि से स्वास्थ्य विभाग की हलचले तेज हो गई है.
बता दे कि तीसरी लहर का सबसे ज्यादा खतरा बच्चों को होने की संभावना जताई जा रही है, इसलिए बालरोग विशेषज्ञ की नियुक्ति सहित बच्चों के लिए स्वतंत्र बेड के अलावा निजी अस्पतालों में बच्चों के लिए स्वतंत्र व्यवस्था करने हेतु मनपा आयुक्त व जिला शल्यचिकित्सक ने तैयारियों शुरु की है. जिले में फरवरी माह से बढा कोरोना का संक्रमण धीरे धीरे मई के अंतिम में कम हुआ है. जिससे स्वास्थ्य विभाग ने थोडी राहत की सांस ली है. वहीं अब तीसरी लहर का भी अलर्ट आ गया है. चिल्ड्रेन वार्ड में 80 बेड की उपलब्ध है. इनमें से 51 ऑक्सीजन बेड, 20 आईसीयू बेड है. निजी पीडियाट्रिक कोविड अस्पतालों में से परिजात अस्पताल में 40, व गेट लाईफ अस्पताल 60 बेड होने की जानकारी जिला शल्यचिकित्सक डॉ.श्यामसुंदर निकम ने दी. सुपर स्पेशालिटी अस्पताल में बच्चों के उपचार के लिए 80 बेड का स्वतंत्र वार्ड निर्माण किया गया हेै. इसके अलावा उपजिला अस्पताल, ग्रामीण अस्पताल में भी बाल मरीजों के लिए ऑक्सीजन बेड आरक्षित रखे गए है. निजी बाल अस्पतालों में भी स्वतंत्र ऑक्सीजन बेड की व्यवस्था करने की जानकारी पालकमंत्री यशोमती ठाकुर ने दी.
ऑक्सीजन बेड की स्थिति
जिले में शासकीय व निजी इन दोनों प्रकारों में 3 हजार बेड की तैयारी स्वास्थ्य विभाग की ओर से की गई है. श्री गुुरुदेव आयुर्वेदिक कॉलेज में ऑक्सीजन के 100 बेड, अचलपुर में 40 व अंजनगांव सुर्जी में 40 बेड का प्रावधान किये जाने की जानकारी स्वास्थ्य विभाग ने दी.
छोटे बच्चों के लिए सेंटर
सुपर स्पेशालिटी में 80 बेड का वार्ड बच्चों के लिए रहेगा. इसके अलावा निजी 2 अस्पतालों में 100 बेड की व्यवस्था बच्चों के लिए की गई है. प्रत्येक डीसीएच में 10 व डीसीएचसी में 5 बेड बच्चों के लिए आरक्षित रखे गए है.