ठगबाज अब तक पुलिस के हाथ नहीं लगे
दुतावास में नौकरी के नाम पर १९.२८ लाख की धोखाधडी का मामला
प्रतिनिधि/ दि.१५]
परतवाडा- भारत के स्वित्झर्लंड दूतावास में नौकरी देने का प्रलोभन देकर अचलपुर वासियों से १९ लाख २८ हजार रुपए की धोखाधडी कर ठगबाजी करने वाले चौखडी के एक भी ठगबाज को अचलपुर पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पायी. जिससे पुलिस के कामकाज पर प्रश्नचिन्ह निर्माण हो रहा है. अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकारी एसोसिएशन के पदाधिकारी सूरजमल आंबेडकर (गाजीपुर, उत्तर प्रदेश), अनिल ठवरे (रहाटगांव, अमरावती), डेविड राज (पुणे) और प्रफुल्ल कडू (गाडगे नगर अमरावती) इन चारों के खिलाफ अचलपुर पुलिस ने १ जुलाई को दफा ४०६, ४३०, ३४ के तहत अपराध दर्ज किया. जिसे १४ दिन बीत चुके है मगर पुलिस अब तक एक भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पायी. बाबाराव हेरोले (खानझोडे रेसिडेन्सी, अचलपुर) की शिकायत पर अपराध दर्ज किया गया. इस चौखडी का मुखिया सूरजमल आंबेडकर है. उसके नई दिल्ली स्थित कैनाट पैलेस परिसर स्थित ए्नसीस बैंक के खाते में हेरोले ने अलग-अलग चरणों में रुपए जमा किए. १९ लाख २८ हजार में से ७ लाख ४५ हजार रुपए उन्होंने नागपुर की भेंट में सूरजमल आंबेडकर को दिए. सूरजमल असल में शर्मा होने की जानकारी मिली है. उसने अपना सरनेम बदलकर आंबेडकर रखा है. अचलपुर के बाबाराव हेरोले से उन्होंने २ लडकों को भूगांव के एक लडके, तोंडगांव के एक युवक, नवसारी के एक युवक को नौकरी लगाने का प्रलोभन देकर सूरजमल ने लाखों रुपए ऐठ लिए. इतना ही नहीं तो उसने उनके पालकों को अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संघ के सदस्य भी बनाया है. बॉ्नस गिरफ्तारी से पूर्व जमानत बीते १ जुलाई को अपराध दर्ज होने के बाद १४ जुलाई तक चारों आरोपियों को गिरफ्तार करने में पुलिस असफल रही. उसके कारण उन्हें गिरफ्तारी से पहले जमानत पाने के लिए भरपुर समय मिला. इसमें से कुछ आरोपियों ने गिरफ्तारी से पहले जमानत भी पा ली है. आरोपियों का पूरा नाम एफआईआर में नहीं है. उसमें से दो आरोपियों के जो नाम है वे परतवाडा के प्रतिष्ठीत व्यक्तियों के नाम से मेल खाते है. जिसके कारण परतवाडा के उन दो प्रतिष्ठित व्यक्तियों के बेवहज मानसिक परेशानी उठाना पड रहा है.