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आवाज लगाकर सामान बेचने का चलन बंद

गली-गली में हॉकर्स भोंगों की धूम

* फेरीवाले- विक्रेता घूम रहे लाउडस्पीकर लेकर
* दर्जनों भोंगों के शोर गुल से लोगों को परेशानी
अमरावती/दि.12– पहले शहर के गली मोहल्लों में घूम-घूम कर सामान बेचनेवाले विक्रेता, भंगारवाले, रंगोली वाले आदि हॉकर्स आवाज लगाकर अपना माल बेचते थे. लेकिन अब आवाज लगाकर सामान बेचने का चलन बंद हो गया है. इन दिनों समूचे शहर के गली-गली में हॉकर्स भोंगों की धूम है. शहर में विविध साहित्य बेचनेवाले फेरीवाले-विक्रेता अपनी-अपनी गाडियों पर लाउडस्पीकर लगाकर घूमने लगे है. हर गली में दर्जनों हॉकर्स विभिन्न प्रकार के सामान बेचने के लिए घूमते है और इन सभी विक्रेताओं ने अब अपने सामान की बिक्री के लिए लाउडस्पीकर का इस्तेमाल शुरू करने से लोगों को दिनभर दर्जनों भोंगों के शोरगुल की परेशानी का सामना करना पड रहा है. प्रत्येक घर के सामने यह विक्रेता अपने भोंगे बजाते घूमते रहते है. जिससे छात्र व वृध्दों को इससे परेशानी हो रही है. जिस पर पुलिस व संबंधित विभाग ध्यान देकर हॉकर्स भोंगों की आवाज मर्यादित रखने पर निर्देश जारी करे. अन्यथा भोंगों को लेकर जारी विवाद के कारण गली-गली में नया बखेडा खडा होने का डर व्यक्त किया जा रहा है.
इन दिनों शहर के गली मोहल्लों में घूम-घूम कर अपना माल बेचनेवाले विक्रेता जिनमें भंगारवाले, रंगोली विक्रेता, खिलौने, कपडे, कटलरी, दूध व अन्य सामान बेचनेवालों का समावेश है. ऐसे सभी विक्रेता अब बाजार में उपलब्ध रेडीमेड कैसेट के माध्यम से अपना माल बेचते घूम रहे है. संबंधित हॉकर्स ने जो भोंगे अपने वाहन व गाडियों पर लगाये है उन भोगों की अनुमति किसी के भी पास नहीं है. वहीं इन भोगों की आवाज की मर्यादा का पालन भी नहीं किया जाता. गली-गली में जोर-जोर से भोंगे बजाते संबंधित हॉकर्स घूमते है. पहले यही हॉकर्स गली में घूमते वक्त आवाज लगाकर अपना सामान बेचते थे. लेकिन अब अधिकांश हॉकर्स भोंगे लेकर घूमने से गली-गली में ध्वनि प्रदूषण बढता जा रहा है. एक ओर धार्मिक स्थलों पर लगे भोंगों पर कार्रवाई शुरू है. दूसरी ओर लोगों के घरों के सामने आकर रोज तेज आवाज में बजनेवाले इन भोंगों पर भी कार्रवाई जरूरी रहने की बात नागरिक कर रहे है. घरों में वृध्द व बीमार व्यक्ति होते है. वहीं छात्र भी अध्ययन में व्यस्त रहते है. ऐसे में गली में घूमनेवाले दर्जनों भोंगों की आवाज से उन्हें परेशानी होती है. इस पर भी महकमे ने ध्यान देना जरूरी हो गया है.

 

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