अमरावती/दि.१८ – वर्धा स्थित महात्मा गांधी अंर्तराष्ट्रीय विद्यापीठ में उर्दू विभाग बंद कर दिया गया. जिसमें इंडियन यूनियन यूथ मुस्मलि लीग ने विद्यापीठ पर नियमों को ताक पर रखकर उर्दू विभाग बंद किए जाने का आरोप पत्रकार परिषद में लगाया है. युथ मुस्लिम लीग के पदाधिकारियों ने कहा कि केंद्र सरकार ने २०२०-२१ वित्तीय वर्ष में शिक्षा के लिए ९९ हजार ३१२ करोड रुपए का प्रावधान रखा था. किंतु निधि के अभाव में वर्धा स्थित विद्यापीठ से उर्दू विभाग बंद कर दिया गया. निधि का प्रावधान होने के बाद भी यहां से उर्दू विभाग बंद कर दिया गया है. ऐसा आरोप पत्रकार परिषद में लगाया गया है.
वर्धा स्थित महात्मागांधी अंर्तराष्ट्रीय विद्यापीठ में देश की भाषा को बंद कर विदेशी भाषा जैसे फ्रेंच, चायनिज, जापानी, स्पेनिश भाषा को शुरु करने का निर्णय लिया गया है. यह निर्णय असंख्य मातृभाषीय नागरिकों पर आघात करने वाला है. यहां पूर्ववत उर्दू विभाग शुरु किया जाए अन्यथा मुस्लिम लीग द्वारा सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की जाएगी. ऐसा इशारा भी किया गया. इस समय पत्रकार परिषद में डॉ. रहिम भारती, अ. रफीक, इमरान अशरफी, शे. इसरार आलम, कामरान अंसारी, नासिर सोलंकी, फईम अहमद, ईशाद पठान, सलमान एटीएस उपस्थित थे.