अमरावतीमहाराष्ट्र

जीवन में गुरुजनों के संस्कार और मार्गदर्शन अनमोल विरासत

विधायक सुलभा खोडके का कथन

* नूतन कन्या शाला में स्नेहभेंट कार्यक्रम में उपस्थिति
अमरावती/दि.8-नूतन विदर्भ शिक्षण मंडल द्वारा संचालित नूतन कन्या शाला यह राष्ट्रीय शिक्षा के उद्देश्य से लोकमान्य तिलक की प्रेरणा से पूज्य कैलासवासी दादासाहब खापर्डे द्वारा स्थापित स्कूलों में से एक है. यह स्कूल केवल लडकियों के लिए शहर के मध्यस्थल पर स्थापित हुई है. शाला की स्थापना के समय दादासाहब खापर्डे द्वारा दिये गये राष्ट्रीय शिक्षा के विचार एवं समर्पित शिक्षा की परंपरा को संस्था की मौजूदा कार्यकारिणी के माध्यम से सभी विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में विकसित किया जा रहा है. निरंतर प्रगति के लिए प्रयत्नशील यह शाला शताब्दी पूर्ण होने की ओर अग्रसर है. शाला के पूर्व शिक्षकों एवं पूर्व छात्राओं द्वारा दिये गये आर्थिक सहयोग से शाला में आधुनिक तकनीक एवं उपकरणों से परिपूर्ण प्रयोगशाला एवं ग्रंथालय की स्थापना की गयी है. मुझे इस शाला की पूर्व छात्रा होने पर गर्व है. हमारे जीवन के निर्माण में उस समय के शिक्षकों के संस्कार तथा विद्यालय के मित्रों के सहयोग एवं आत्मीयता, वैचारिक आदान-प्रदान आदि से भी समय-समय पर आगे बढ़ने में लाभ मिला. इससे उत्पन्न ऊर्जा हमारे लिए अनमोल विरासत है. जनता को उच्च गुणवत्ता की गुणवत्ता प्रदान करने का हमें समाधान है, यह बात विधायक सुलभा संजय खोडके ने कही. रविवार 5 जनवरी को, वह नूतन विदर्भ शिक्षा मंडल, जोग चौक, अमरावती द्वारा संचालित नूतन कन्या शाला और कनिष्ठ महाविद्यालय के स्नेहभेंट कार्यक्रम में बोल रही थी.
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता नूतन विदर्भ शिक्षा मंडल की अध्यक्ष डॉ. माया शिरालेकर ने की. प्रमुख अतिथि के रूप में नूतन विदर्भ शिक्षा मंडल के उपाध्यक्ष पंडित नवसालकर, डॉ. कसबेकर, सचिव-निनाद सोमन, वरिष्ठ अधिवक्ता लक्ष्मी पांगारकर, पूर्व सचिव विवेक कांत, पूर्व छात्रा निर्मला सोमण, पूर्व अध्यापिका सीमा पत्की, प्रतिभा कुलकर्णी, मुख्याध्यापक अनंत निंबोले, प्रभारी मुख्याध्यापक संजय रामावत, मंजिरी वलसे, संदेश गिरी उपस्थित थे. सर्वप्रथम मान्यवरों के हाथों सरस्वति पूजन किया गया. इस अवसर पर शालेय मुख्याध्यापक जयश्री पांडे के हाथों नूतन कन्या शाला की पूर्व छात्रा व नवनिर्वाचित विधायक सुलभा खोडके का शॉल व श्रीफल, पुष्पगुच्छ देकर सत्कार किया गया.
अपने संबोधन में आगे बोलते हुए विधायक सुलभा खोडके ने कहा कि प्रौद्योगिकी की मदद और दृढ़ इच्छाशक्ति की शक्ति से धीरे-धीरे मनुष्य के अस्तित्व में सुधार हो रहा है. आज के प्रतिस्पर्धा के युग में विकसित राष्ट्र बनाने के महत्वाकांक्षी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए छात्रों को डिजिटल साक्षरता को महत्व देते हुए कंप्यूटर सिस्टम के माध्यम से विकास और आगे बढ़ना चाहिए. इस अवसर पर विधायक खोडके ने अपने स्कूली जीवन की पुरानी यादें ताजा करते हुए अपनी तत्कालीन सखियों से खुलकर बातचीत भी की. इस मौके पर गणमान्य अतिथियों का समय पर स्वागत किया गया. कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ. माया शिरालेकर ने अपने संबोधन में नूतन कन्या विद्यालय की प्रगति पर प्रकाश डाला और कहा कि वर्तमान कार्यकारिणी के कार्यकाल में विद्यार्थियों को डिजिटल शिक्षा का लाभ दिया गया और नवीनतम तकनीक अपनाकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने पर निरंतर जोर दिया गया. कार्यक्रम का संचालन व आभार प्रदर्शन रागिणी पट्टलवार ने किया.

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