* सीए भवन में पारंपरिक मंथन
अमरावती/दि.2– देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारामण द्बारा गुरूवार को संसद मेें प्रस्तुत अंतरिम बजट की चार्टर्ड एकाउटंट की अमरावती शाखा ने प्रशंसा की है. सातुर्णा साई रिजेंसी स्थित सीए भवन में आयोजित बजट पर चर्चा सत्र में प्रस्तावित प्रावधानों की यह कहते हुए सराहना की गई कि इससे देश में विकास की गाडी सरपट दौडेगी. विनिर्माण क्षेत्र की घोषणाओं तथा कदमों से अर्थव्यवस्था को गति एवं बल प्राप्त होगा. बजट में जन लुभावनी घोषणाएं नहीं है. जो सरकार के आत्मविश्वास को प्रतिबिंबित कर रहा है. सरकार ने काम काज को आगे बढाने के उद्देश्य से बजट प्रस्तुत किया है.
उल्लेखनीय है कि बजट चर्चा कार्यक्रम की अध्यक्षता सीए साकेत मेहता ने की. मंच पर सीए अनुपमा लढ्ढा व अन्य विराजित थे. विशेषज्ञ वक्ताओं ने कहा कि बजट में सरकार ने देश की जनता से टैक्स के रूप में जो राशि एकत्रित की उसे कहां और कैसे लगाना है. इस पर ज्यादा फोकस रहेगा. देश की अर्थव्यवस्था में किसानों के योगदा, स्टार्टअप के रूप में युवाओं को रोजगार की दिशा में उठाए जा रहे कदम, ग्रामीण अंचल के विकास, टूरिजम पर ज्यादा फोकस पर चर्चा हुई. किसी भी प्रकार के टैक्स में कोई फेरबदल न करते हुए बजट को पेश किए जाने की बात सीए संगठन ने कही.
चर्चा सत्र में आईसीएआई के सर्वश्री नीलेश लाठिया, आर. आर. खंडेलवाल, डी. डी. खंडेलवाल, ललित तांबी,मनीष खुशलानी, रजनी बोहरा, सुरभी साहू, वीरेंद्र अटल, आभा तिवारी, शैलेष झंवर, रिध्दि टावरी, श्वेता रूपेजा, नेहा दुल्हानी, केशव सारी,प्राची भट्टड, दिव्या तोष्णीवाल, तपेश मुंदडा, पवन लुल्ला, पंकज पिंजानी, हितेश चेलाणी, संतोश केवलरामाणी, कपिल मतानी, ब्रजेश फाफट, अनिकेत शर्मा, राजेश पटेल, राजेश श्रणीक, सुनील सलामपुरिया, जी.एन. चांडक, वाई. के. राठी, तेजेंद धूत, आरूषि देशमुख, कपिल लुल्ला, पवन लालवाणी, प्रशांत सावलानी, राजकुमार चांदवाणी, विक्की बसंतवाणी, संकेत मेहता, श्रेणिक बोथरा, मधुर झंवर, भूषण लाठिया, योगिता अग्रवाल, अपूर्वा सोनी, हीना गुप्ता, स्वप्निल गुप्ता, मयूर भट्ट, शीतल शेवटकर आदि उपस्थित थे.
* महिलाओं के लिए विशेष
सीए विशेषज्ञों ने माना कि अंतरिम बजट में महिलाओं के लिए कुछ घोषणाएं महत्वपूर्ण है. 1 करोड लखपति दीदी योजना अपने आप में अनोखी तथा महिला उद्यमियों को प्रोत्साहन देने वाली है. इसका अर्थ है कि महिलाओं को उपक्रमों के लिए कम ब्याजदर पर तथा सरलता से लोन, आर्थिक सहायता तो उपलब्ध होगी ही, उन्हें टैक्स में भी रियायत जारी रहेगी. देश के विनिर्माण क्षेत्र को बढावा दिया जाना सकारात्मक है. इससे अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा. अनेक सीए ने अपना नजरीया प्रस्तुत किया.