अमरावती

आत्मदहन की चेतावनी से प्रशासन में खलबली

ऐन समय पर आंदोलक वन विभाग में पहुंचा ही नहीं

अमरावती/दि.24 – बुलडाणा जिला अंतर्गत मोताला की वन परिक्षेत्र अधिकारी नेहा मुरकुटे पर अवैध वृक्ष कटाई को प्रोत्साहन देने का आरोप लगाते हुए उन्हें निलंबीत किये जाने की मांग को लेकर भारतीय मानवाधिकार संगठन (अकोला) के जिलाध्यक्ष सैय्यद अब्दुल सैय्यद समद ने गुरूवार 23 दिसंबर को प्रादेशिक मुख्य वन संरक्षक कार्यालय में आत्मदहन करने की चेतावनी दी थी. जिससे प्रशासन में अच्छा-खासा हडकंप व्याप्त रहा और वन विभाग में पुलिस का कडा बंदोबस्त भी लगाया गया. किंतु गुरूवार को सैय्यद अब्दुल सैय्यद समद पूरा दिन वन विभाग के कार्यालय में पहुंचा ही नहीं. जिससे प्रशासन एवं पुलिस ने राहत की सांस ली.
बता दें कि, सैय्यद अब्दुल सैय्यद समद ने आरोप लगाया कि, मोताला की वनपरिक्षेत्र अधिकारी नेहा मुरकुटे अवैध वृक्षकटाई को प्रोत्साहन दे रही है और प्रत्येक ठेकेदार से पांच हजार रूपये प्रति ढुलाई ले रही है. अत: इस मामले की आवश्यक जांच करते हुए उनके खिलाफ कडी कार्रवाई की जाये. साथ ही सैय्यद अब्दुल ने 23 दिसंबर को मुख्य वन संरक्षक कार्यालय में आत्मदहन कर लेने की चेतावनी भी दी थी. ऐसे में मुख्य वन संरक्षक कार्यालय में गुरूवार की सुबह से गाडगेनगर पुलिस स्टेशन के पथक सहित अग्निशमन दल एवं एम्बुलन्स जैसे वाहनों को भी तैनात रखा गया था. किंतु सैय्यद अब्दुल यहां पर पहुंचे ही नहीं. ऐसे में पूरा दिन प्रशासन के लिए काफी चिंताभरा रहा. वहीं देर रात तक वन विभाग कार्यालय में पुलिस बंदोबस्त कायम रखा गया. किंतु अब्दुल समद का कहीं कोई अता-पता नहीं था. जिसके चलते देर रात प्रशासन व पुलिस ने राहत की सांस ली.

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