अमरावती

संपूर्ण जगत परमात्मा-क्षमाराम महाराज

भागवत कथा का तीसरा दिन

सतीधाम मंदिर में साबू परिवार का आयोजन
अमरावती/दि.1- श्रीमद भागवत कथा केवल भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं का वर्णन मात्र नहीं है अपितु यह सत्य की ओर भी संकेत करती है. सत्यम परम धर्म ही. कल्पवृक्ष का फल समान भागवतकथा है. संतोें ने जीवमात्र के कल्याण के लिए कथा श्रवण और आचरण के उपदेश दिए है. देखा जाए तो संपूर्ण जगत परमात्मा ही है. यह प्रतिपादन पूज्य कथा प्रवक्ता क्षमारामजी महाराज ने किया. वे रॉयली प्लॉट स्थित सतीधाम मंदिर में साबू परिवार व्दारा आयोजित भागवत कथा में बोल रहे थे.
महाराजजी ने कहा कि, पृथ्वीलोक को केवल मानव के उत्थान हेतु बनाया है. दूसरे जीव प्राणी, पक्षी इसलिए बनाए ताकि मानव को स्मरण रहे कि अगर हम परमात्मा प्राप्ति के लक्ष्य से चुके तो हमें 84 कोटि योनी में जाकर पुन: मानव जीवन प्राप्त करना होगा. इसलिए सदैव परमात्मा का ध्यान और स्मरण करें. परमात्मा प्राप्ति की व्याकुलता हो तो वह अवश्य प्राप्त होते है. महाराजजी ने आज की कथा में राजा परीक्षित का जन्म, पांडवों का स्वार्गारोहण आदि का वर्णन अत्यंत सुंदर रुप से किया.
कथा दो सत्र में सुबह 9 से 12 और दोपहर 3 से 6 दौरान हो रही है. स्वामीजी ने अपनी ओजस्वी वाणी में कथा श्रवण के महत्व को विषद किया. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार तलवार के वार से ढाल बचाती है, उसी प्रकार भागवतकथा मानव को कलियुग के ताप से बचाती है. मानव जीवन बडा कीमती है पर मोह और लोभ खत्म नहीं हो रहे. यह ऐसे है जिनका कोई अंत नहीं. मनुष्य का ईश्वर पर विश्वास कम होते जा रहा है जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए.
इस समय विनोद साबू, दिलीप साबू, अमरचंद मंत्री, लीलाधर राठी, गोपाल भट्टड, रामस्वरुप हेडा, पूनम साबू, चंदन मंत्री, किशोर सोनी, श्रीनिवास सोनी, शशि मुुंधडा, शशि मोहता, शांता कासट, लीला लढ्ढा,भारती भट्टड, मोहनी खंडेलवाल, सुनीता भट्टड, राजा साबू, सुरेखा साबू, पार्वती साबू सहित बडी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे.

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