अमरावतीमहाराष्ट्र

मुख्यमंत्री रोजगार निर्मिती में जिले की महिलाओं का बडा योगदान

512 महिलाओं का उद्योग क्षेत्र में शानदार प्रदर्शन

* डीआयसी के जरिए लिया सरकारी योजनाओं का लाभ
अमरावती/दि.16– राज्य सरकार की मुख्यमंत्री रोजगार निर्मिती कार्यक्रम योजना अंतर्गत जिले में 3 हजार 748 युवक-युवतियों ने उद्योग शुरु करने हेतु जिला उद्योग केंद्र यानी डीआयसी के पास आवेदन दाखिल किए है. जिसमें से 2 हजार 903 आवेदन जिला उद्योग केंद्रों द्वारा विविध बैंकों के पास भेज दिए गए. इसमें से अब तक 911 आवेदकों के प्रस्तावों को मंजूरी भी मिली है. जिनमें 512 महिलाओं का समावेश है.
विशेष उल्लेखनीय है कि, प्रस्ताव मंजूर की गई महिलाओं में सर्वसाधारण प्रवर्ग की 173, ओबीसी प्रवर्ग की 175, एससी व एसटी की 147 तथा अल्पसंख्यक प्रवर्ग की एक महिला का समावेश है. इसी तरह 400 युवकों के प्रस्ताव बैंकों द्वारा मंजूर किए गए है. जिसमें से 205 लाभार्थियों को सरकार की ओर से अनुदान दिया गया है. इस जरिए युवाओं सहित महिलाओं ने विविध क्षेत्रों में उद्योग स्थापित करते हुए स्वावलंबन की दिशा में कदम आगे बढाया है.
स्थानीय बैंकों के मार्फत कर्ज मंजूरी की प्रक्रिया पूर्ण की गई है. जिसके लिए जिला उद्योग केंद्र द्वारा सहयोग किया जाता है. जिला उद्योग केंद्र के अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री रोजगार निर्मिती कार्यक्रम अंतर्गत विविध प्रकार के उद्योग व व्यवसाय हेतु युवक-युवतियों के प्रस्ताव जिला उद्योग केंद्र को मिले थे. जिसके अनुसार आवश्यक दस्तावेजों की पूर्तता रहनेवाले प्रस्तावों को विविध बैंकों की ओर भेजा गया और संबंधित बैंकों द्वारा उद्योग व व्यवसाय हेतु कर्ज आपूर्ति की गई. जिसके तहत 911 प्रस्तावों को मंजूरी मिली. जिनमें महिलाओं की संख्या अधिक है.

* 3748 मिले आवेदन
जिला उद्योग केंद्र को करीब 3 हजार 748 युवक-युवतियों की ओर से विविध उद्योग एवं व्यवसायों के लिए आवेदन किए गए है. जिसमें से 2903 प्रस्ताव बैंक की ओर भेजे गए और बैंकों द्वारा 911 प्रस्तावों को मंजूर किया गया. जिसमें 512 महिलाओं का समावेश रहा.

* क्या है योजना?
बेरोजगार युवाओं को अपना खुद का उद्योग शुरु करने हेतु वित्तिय सहायता उपलब्ध कराना इस योजना का प्रमुख उद्देश्य है. जिसके तहत अनुदान सहित बैंकों की ओर से कर्ज मिलता है.

* क्या है मानक?
उम्मीदवार की आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए और वह कम से कम कक्षा 8 वीं उत्तीर्ण होना चाहिए. साथ ही वह महाराष्ट्र का निवासी होना चाहिए. इसके अलावा उसने इससे पहले कोई उद्योग शुरु नहीं किया होना चाहिए.

* मुख्यमंत्री रोजगार निर्मिती योजना के तहत जिले के अनेकों युवक-युवतियां अब उद्योजक बन गए है. साथ ही इस योजना में महिलाओं का सहभाग उत्साहवर्धक है.
– अमोल निकम
महाव्यवस्थापक, जिला उद्योग केंद्र

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