अमरावती/दि.4 – कोविड संक्रमण काल के दौरान भी राज्य सरकार ने विगत दो वर्षों के दौरान कई महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए राज्य के सर्वसामान्य नागरिकोें के लिए उपलब्धि पूर्ण कार्य किये है. इसके तहत जलसंपदा, शालेय शिक्षा, महिला व बाल विकास, कामगार तथा बहुजन कल्याण विभाग द्वारा किये गये कामों की सूची काफी बडी है और इन विभागों द्वारा किये गये कार्य राज्य में रहनेवाले प्रत्येक व्यक्ति के जीवनस्तर को उंचा उठाने के लिए लाभदायक साबित हुए है. इस आशय का प्रतिपादन राज्य के जलसंपदा, शालेय शिक्षा, महिला व बाल विकास, कामगार तथा बहुजन कल्याण विभाग राज्यमंत्री ओमप्रकाश उर्फ बच्चु कडू द्वारा किया गया है.
राज्य की महाविकास आघाडी सरकार के दो वर्ष का कार्यकाल पूर्ण होने के उपलक्ष्य में अपनी प्रतिक्रिया जारी करते हुए राज्यमंत्री बच्चु कडू ने महाविकास आघाडी सरकार के कार्यकाल व कामकाज पर संतोष जताया. साथ ही कहा कि, राज्य की महाविकास आघाडी सरकार द्वारा राज्य की सत्ता संभालने के कुछ समय बाद ही कोविड की संक्रामक महामारी का दौर शुरू हो गया था. जिसकी वजह से आम जनजीवन एवं पूरा कामकाज पूरी तरह से ठप्प हो गया था. किंतु इस विपरित हालात के दौरान भी राज्य सरकार ने बेहद प्रभावी रूप से काम करते हुए राज्य की जनता के हितों के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये. इसके तहत कोविड संक्रमण काल एवं लॉकडाउन के दौरान किसी भी बच्चे की पढाई न रूके. इस हेतु राज्य सरकार ने ऑनलाईन शिक्षा के दरवाजे खोले और शालाएं बंद रखने की मजबूरी को ध्यान में रखते हुए राज्य शैक्षणिक संशोधन व प्रशिक्षण परिषद के जरिये सह्याद्री वाहीनी, रेडिओ, जीओ टीवी, ज्ञानगंगा चैनल तथा यूट्यूब चैनल के माध्यम से बच्चों को ऑनलाईन शिक्षा देने की व्यवस्था उपलब्ध करायी. इसके अलावा जिन स्थानों पर ऑनलाईन शिक्षा की व्यवस्था उपलब्ध कराना संभव नहीं था, ऐसे स्थानो, विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में लाउडस्पीकर, शिक्षक मित्र व वॉटसऍप ग्रुप के जरिये शिक्षा की व्यवस्था उपलब्ध करायी गयी. इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्र की आश्रमशालाओं में पढनेवाले बच्चों के पास कंप्यूटर व मोबाईल की सुविधा उपलब्ध नहीं रहने के चलते ये विद्यार्थी ऑनलाईन शिक्षा से वंचित रह सकते थे. ऐसे में इन विद्यार्थियों का शैक्षणिक नुकसान न हो, इस बात के मद्देनजर आश्रमशालाओं के कक्षा 9 वीं से 12 वीं के कुल 65 हजार छात्र-छात्राओं को सरकार द्वारा नि:शुल्क टैब उपलब्ध कराया गया.
इसके साथ ही राज्यमंत्री बच्चु कडू ने कहा कि, कोविड संक्रमण काल के दौरान कई बच्चों ने अपने एक अथवा दोनों अभिभावकों को महामारी में खो दिया, ऐसे निराधार बच्चों के पढाई-लिखाई का पूरा जिम्मा सरकार द्वारा उठाया गया. जिसके तहत कोविड संक्रमण के चलते अनाथ हुए शून्य से 18 वर्ष आयुगुटवाले बच्चों के नाम 5 लाख रूपये की एकमुश्त रकम फिक्स डिपॉझिट के तौर पर जमा करायी गई. साथ ही ऐसे बच्चों के लिए पढाई एवं नौकरी के एक फिसद का समांतर आरक्षण भी लागू किया गया. इसके अलावा 2020 व 2021 के दौरान जुलाई व अगस्त माह में राज्य के कई इलाकों में अतिवृष्टिवाले हालात रहे. साथ ही साथ कई बार बेमौसम बारिश की वजह से भी काफी नुकसान हुआ. ऐसे में राज्य सरकार द्वारा बाढ व बारिश प्रभावितोें को सहायता उपलब्ध कराने के साथ-साथ बारिश के मौसम में बाढ के जरिये होनेवाले नुकसान के कारणों को खोजते हुए बाढ सदृश्य हालात टालने हेतु तमाम आवश्यक प्रतिबंधात्मक उपाय भी किये गये, ताकि दोबारा ऐसी स्थिति न बने. इसके साथ ही कोविड संक्रमण काल के दौरान पूरी तरह से बेरोजगार हो चुके घरेलू कामगारों के लिए कुल 15.82 करोड रूपयों की वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने का राज्य सरकार द्वारा निर्णय लिया गया. जिसके तहत प्रत्येक पंजीकृत घरेलू कामगार को 1500 रूपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध करायी गई.