निधि के अभाव में 6 माह से अटका पडा है डफरीन की नई इमारत का काम
पूरानी इमारत में जगह कम पडने के चलते महिला मरीजों को हो रही असुविधा
सरकार से की गई है 13 करोड की मांग, अब तक निधि का पता नहीं
अमरावती/दि.12 – स्थानीय जिला स्त्री अस्पताल (डफरीन) में दिनों दिन महिला मरीजों की बढती संख्या को ध्यान में रखते हुए इसी परिसर में 200 बेड की क्षमता वाली नई इमारत के निर्माण का काम शुरु है. 26 सितंबर 2022 को डफरीन अस्पताल के एसएनसीयू विभाग में वेन्टीलेटर में आग लगने की घटना घटित होने के बाद नई इमारत के काम को गति दी गई. साथ ही विश्वास जताया गया कि, जनवरी 2023 तक इस इमारत का काम पूर्ण होने के साथ ही यह इमारत मरीजों को भर्ती करने हेतु खोल दी जाएगी. लेकिन निधि का अभाव रहने के चलते इस इमारत का काम अब तक पूरा नहीं हो पाया है, ऐसी जानकारी सामने आयी है.
बता दें कि, डफरीन अस्पताल में रोजाना ही शहर सहित जिले भर से सैकडों गर्भवती महिलाएं इलाज एवं प्रसूति के लिए दाखिल होती है, यह जिले का एकमात्र रेफरल सेंटर भी है. जिसके चलते सभी ग्रामीण अस्पतालों व उपजिला अस्पतालों से महिला मरीजोें को इलाज के लिए डफरीन अस्पताल में रेफर किया जाता है. ऐसे मेें मरीजों की लगातार बढती संख्या के मद्देनजर महज 200 बेड वाले डफरीन अस्पताल में फिलहाल उपलब्ध बेड अपर्याप्त साबित होने लगे है. इसके साथ ही यहां पर उपलब्ध रहने वाली अन्य सेवाएं व सुविधाएं भी अपर्याप्त साबित होने लगी है. जिसके चलते डफरीन अस्पताल में इलाज एवं प्रसूति के लिए पहुंचने वाली महिला मरीजों को काफी समस्याओं व दिक्कतों का सामना करना पड रहा है.
* नई इमारत में यह सुविधाएं है प्रस्तावित
– तलमंजिल – आईसीयू, आपात कक्ष, इंटेन्सिव केअर यूनिट, एक्टीव लेबर यूनिट, ऑपरेशन थिएटर, औषध भंडार, पंजीयन कक्ष, रसोई कक्ष.
– पहली मंजिर – ओपीडी, रेडियोलॉजी विभाग, हिरकणी कक्ष, ऑपरेशन थिएटर.
– दूसरी मंजिल – ब्लड बैंक, परिवार नियोजन विभाग, अतिदक्षता कक्ष.
– तीसरी मंजिल – महिला व पुरुष डॉक्टरों के लिए निवास व्यवस्था, आयुर्वेदिक होमेयोपैथिक व युनानी चिकित्सा कक्ष, योग व फिजियोथेरेपी कक्ष, वीडियो कॉन्फ्रेसिंग कक्ष, सेमीनार हॉल, सभागार व मिटींग हॉल.
* क्या एक और हादसे की है प्रतीक्षा
26 सितंबर 2022 को डफरीन के एसएनसीयू विभाग में वैंटीलेटर को आग लगने की घटना की वजह से पूरे जिले मेें हडकंप मच गया था. उस समय जिला प्रशासन ने इस हादसे की गंभीरतापूर्वक दखल लेते हुए नई इमारत का काम तत्काल पूर्ण करने के निर्देश दिए थे. जिसके चलते यह विश्वास जताया गया था कि, नये साल में यह इमारत मरीजों के लिए उपलब्ध हो जाएंगी. परंतु निधि के अभाव में इस इमारत का काम एक बार फिर सुस्त हो गया है. ऐसे में इमारत के काम को दुबारा गतिमान करने हेतु कही सरकार एक और हादसे की प्रतीक्षा तो नहीं कर रही. ऐसा सवाल पूछा जा रहा है.
* सरकार को भेजा गया है प्रस्ताव
डफरीन अस्पताल की नई इमारत में फर्निचर व इलेक्ट्रीक फिटींग का काम बाकी है. इससे संबंधित प्रस्ताव समय-समय पर सरकार को भेजा गया है. जिसके तहत फर्निचर के लिए 6 करोड व इलेक्ट्रीक कामों के लिए 7 करोड रुपए की निधि मांगी गई है. निधि मिलते ही काम शुरु कर दिया जाएगा. इसके अलावा मनुष्यबल बढाने की मांग भी की गई है. जिसके लिए वरिष्ठ स्तर पर प्रक्रिया प्रलंबित है. वहीं इमारत को लेकर 90 फीसद निर्माण होने का प्रमाणपत्र मिल चुका है.
– डॉ. दिलीप सौंदले,
जिला शल्यचिकित्सक