अमरावती/दि.13 – राष्ट्रीय लोक अदालत के माध्यम से पारिवारिक न्यायालय में निपटारे के लिए आने वालों में से पांच लोगों का संसार पहले समान होने से उनके चेहरों पर खुशी दिखाई दी.
शनिवार 11 दिसंबर को जिला न्यायालय में राष्ट्रीय लोक अदालत आयोजित की गई थी. इसके लिए पारिवारिक न्यायालय में सुनवाई शुरु रहने वाले मामले में से 34 प्रकरण सलाह मशविरे के लिए रखे गए थे. ओइनमें से कुल 14 प्रकरण हल किए गए. विवाद की बजाय समझौता अच्छा, पारिवारिक सुख में ही सही आनंद ऐसा संदेश सार्थक साबित हुआ. परिणाम घोषित किए गए 14 प्रकरणों में पांच लोगों का संसार फिर से बसा. वे परिवार में एक साथ रहने के लिए तैयार हो गए. शेष 9 प्रकरणों में आपसी सहमती से समझौता किया गया.
इस लोक अदालत में जिला न्यायाधीश एस.बी. जोशी ने पॅनल जज के रुप में तो अधिवक्ता एड. सुषमा बिसने ने पॅनल सदस्य के रुप में काम देखा. पारिवारिक न्यायालय की लोक अदालत के कामकाज दरमियान प्रमुख जिला व सत्र न्यायाधीश एवं जिला विधीसेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष आर.एम. जोशी, जिला न्यायाधीश व जिला विधिसेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष आर.एम. जोशी, जिला न्यायाधीश (1) एस.एस. अडकर, जिला विधी सेवा प्राधिकरण के सचिव जी. आर. पाटील आदि ने भेंट दी.
पांच वर्षों से अलग आये एक साथ
पांच जोड़ियों ने एक साथ रहने का निर्णय लिया है. इनमें से एक जोड़ी विगत पांच वर्षों से अलग थे. उन्होंने भी इस समय एक साथ रहने का निर्णय किया. इस पर समाधान व्यक्त किया गया.