विदर्भ में भी दुनिया के तीन सबसे गर्म शहर
अकोला, चंद्रपुर व ब्रह्मपुरी में पारा 45 डिग्री पर

* अमरावती 44.6 डिग्री पर तप रहा
* अन्य शहर भी 43 डिग्री से उपर चल रहे
अमरावती/दि.24 – इस समय पूरी दुनिया भीषण गर्मी की समस्या से झूज रही है और विभिन्न शहरों में तापमान रोजाना ही नए-नए रिकॉर्ड बना रही है. सबसे चिंतनीय बात यह है कि, दुनिया के सबसे गर्म शहरों की सूची में विदर्भ क्षेत्र के भी तीन शहरों का समावेश हो गया है. क्योंकि अकोला, चंद्रपुर व ब्रह्मपुरी में तापमान 45 डिग्री सेल्सीअस के पार जा चुका है. इसके साथ ही अमरावती सहित नागपुर, वर्धा व गढचिरोली इन चार जिलो में अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सीअस के स्तर को पार कर गया है. वहीं अन्य सभी शहरों में तापमान 43 डिग्री सेल्सीअस से उपर चल रहा है.
बता दें कि, विगत चार-पांच दिनों से विदर्भ सहित मध्य महाराष्ट्र व मराठवाडा में तापमान का स्तर बडी तेजी के साथ उपर उठ रहा है और इस समय भीषण ग्रीष्मलहर वाली स्थिति बनी हुई है. भयावह स्थिति यह है कि, मंगलवार को चंद्रपुर शहर में अधिकतम तापमान 45.8 डिग्री सेल्सीअस दर्ज किया गया. साथ ही चंद्रपुर शहर दुनिया में दूसरा सबसे गर्म शहर साबित हुआ. इसके अलावा ब्रह्मपुरी में 45.6 डिग्री सेल्सीअस तापमान दर्ज हुआ और अकोला शहर का अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सीअस रहा. इसके अलावा वर्धा में 44.7, अमरावती में 44.6, गढचिरोली में 44.6 तथा नागपुर में 44.4 डिग्री सेल्सीअस अधिकतम तापमान दर्ज किया गया. इसके अलावा भंडारा, यवतमाल व वाशिम शहर में अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सीअस से अधिक रहा. वहीं गोंदिया में अधिकतम तापमान 42.5 डिग्री सेल्सीअस दर्ज किया गया.
इस समय तापमान में हुई जबरदस्त वृद्धि के चलते भीषण गर्मी पड रही है. जिससे आम जनजीवन बुरी तरह से अस्तव्यस्त हो गया है और दोपहर के बाद सभी शहरों एवं गांवों में सडके सुनसान होती दिखाई दे रही है. मौसम विभाग के मुताबिक भीषण गर्मी वाली यह स्थिति आगामी 26 अप्रैल तक बनी रहेगी.
* भीषण गर्मी के चलते शालाओं का समय बदला
– अब स्कूल व कॉन्वेंट सुबह 11 बजे तक ही चलेंगे
विदर्भ क्षेत्र के कई जिलो में पड रही भीषण गर्मी वाली स्थिति देखते हुए संबंधित जिला प्रशासनों द्वारा स्कूलों का समय बदलने का निर्णय लिया गया. जिसके तहत सभी शालाओं को दोपहर की बजाए सुबह 11 बजे तक ही सभी स्कूल व कॉन्वेंट शुरु रखने के आदेश शालेय शिक्षा विभाग द्वारा जारी किया गया है. ताकि शालेय विद्यार्थियों को तेज धूप व भीषण गर्मी का सामना न करना पडे. इसके अलावा इस आदेश का उल्लंघन करनेवाली शालाओं के खिलाफ जिलाधीश के निर्देशानुसार कार्रवाई की जाएगी.