चिखलदरा के युवा ने कृषि के साथ पर्यटन व्यवसाय को जोडकर पेश की मिसाल
सात होमस्टे किए स्थापित

* प्रकाश जाम्बेकर ने बनाई अपनी अलग पहचान
* आर्थिक उन्नति का खोजा रास्ता
चिखलदरा/दि.26-मेलघाट यानी समस्याओं का अंबार, इस तरह का प्रचार हर जगह व्यापक रूप से फैला हुआ है, लेकिन विदर्भ के स्वर्ग कहे जाने वाले चिखलदरा तहसील के एक युवा ने कृषि के साथ पर्यटन को जोडते हुए एक या दो नहीं बल्कि सात होमस्टे स्थापित करके यह दिखा दिया है कि यहां स्वरोजगार की कितने अवसर उपलब्ध है. उस युवक का नाम प्रकाश जाम्बेकर है.
खासकर मेलघाट में रोजगार की समस्या गंभीर है. यहां रोजगार नहीं होने के कारण आदिवासियों को पलायन करना पडता है. उन्हें विभिन्न मुद्दों से भी जूझना पडता है. लेकिन चिखलदरा से चार-पांच किलोमीटर दूर खटकाली गांव में एक गरीब परिवार में जन्मे प्रकाश जाम्बेकर ने हालात को दोष दिए बिना आज अपनी एक अलग पहचान बनाई है. हालात पर काबू पाते हुए उन्होंने सबसे पहले खेत में आम के पेड लगाए. कॉफी की खेती अंतरफसल के रूप में की. यह सोचकर कि वह यहीं नहीं रुके, उन्होंने भविष्य में मेलघाट में बढते पर्यटन व्यवसाय के माध्यम से आर्थिक उन्नति का रास्ता खोजा. पहले एक होमस्टे, फिर दूसरा और अब प्रकृति के कुल सात होमस्टे तैयार कर प्रकृति की गोद में पर्यटकों के लिए होमस्टे उपलब्ध कराया. इतनाही नहीं तो उन्होंने यहां आदिवासी युवाओं को रोजगार भी मुहैया कराया है. आदिवासी भाइयों के साथ एक अलग आदर्श बनाया है.
होमस्टे के साथ-साथ उन्होंने आम और कॉफी से होने वाली कमाई के जरिए अपने बिजनेस को मजबूत करने का सिलसिला जारी रखा है.
प्रकाश जाम्बेकर के पास कुल तीन एकड का खेत है. उन्होंने 12वीं तक की पढाई पूरी की है. तीन एकड में 600 आम के पेड लगाये गये हैं. तो वहां 2400 कॉफी के पेड हैं. फिलहाल उन्होंने गांव के पांच परिवारों को रोजगार मुहैया कराया है.
कृषि पूरक व्यवसाय के रूप में कोई न कोई विकल्प चुनना ही होगा. इससे खेती का भी विकास होगा और परिवार को दो आमदनी होगी. आर्थिक प्रगति तुरंत नहीं होगी, इसलिए संयम रखें. सामान्य परिवारों के किसानों के बच्चों को शुरू से ही व्यवसाय से जुडना चाहिए.
– प्रकाश जाम्बेकर, खटकाली.
नए बदलाव करना प्रकाश की खासियत
एक ही चीज पर टिके रहने के बजाय नए बदलाव करना प्रकाश जाम्बेकर की खासियत है. अब उन्होंने सरकार के खेततालाब का फायदा उठाया है और वहां पर सोलर प्लांट भी लगा लिया है. इसलिए यहां पैदा होने वाली बिजली का उपयोग होमस्टे के लिए किया जा सकता है. इससे पर्यावरण और बिजली बिल की बचत होगी.