फिर एक किसान ने की आत्महत्या
परतवाडा / दि.27- खेती बाडी को उत्तम व्यवसाय की संज्ञा दी गई है. जब कि रोजगार को मध्यम एव व्यवसाय को कनिष्ठ की संज्ञा दी जाती रही लेकिन बदलते समय के साथ साथ उत्तम कहे जानेवाले कृषी व्यवसाय मे किसान निराश व हताश होते जा रहे है.
विदर्भ में सैकडो हजारो अल्प भुधारक किसान फसल के नुकसान एव कर्ज की वजह से आत्महत्या कर चुके है.दिपावली व दिपावली से पहले मेलघाट व अन्य ग्रामीण क्षेत्र में दो झुलकर अपनी जान दे दी है.
अब अंजनगाव निवासी किसान रामदास महादेवराव कोथे इस अल्प भूधारक किसान ने अपने घर में आत्महत्या कर ली हे.बताया जा रहा है कि अतिवृष्टि व फसल को होने वाले नुकसान की वजह से किसान परेशान था इसी परेशानी के चलते किसान ने अपने घर में फासी का फंदा बनाकर आत्म हत्या कर ली है. पुलिस ने घटना स्थल का पंचनामा कर शव को पोस्टमार्टम हेतु अचलपूर उपजिला अस्पताल में पहुचाया है.