… तो अमरावती में भी लगाना पड सकता है कडा लॉकडाउन
एम्स् के संचालक डॉ. गुलेरिया ने दी केंद्र सरकार को सलाह
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10 फीसद पॉजीटिविटी रेट रहनेवाले क्षेत्रों में लॉकडाउन की जरूरत बतायी
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… अन्यथा कोविड संक्रमण की तीसरी लहर आने का जताया खतरा
अमरावती/प्रतिनिधि दि.५ – जिन क्षेत्रों में कोविड संक्रमित पाये जानेवाले मरीजों का प्रमाण कोविड टेस्टिंग की तुलना में 10 प्रतिशत से अधिक है और जहां के अस्पतालों में 60 फीसद से अधिक बेड पर मरीज भरती है. ऐसे क्षेत्रों में तुरंत कडा लॉकडाउन लगाया जाये. इस आशय की सलाह एम्स के संचालक डॉ. रणदिप गुलेरिया द्वारा केंद्र सरकार को दी गई है. यदि केंद्र सरकार द्वारा इस सलाह पर अमल किया जाता है, तो कडा लॉकडाउन किये जानेवाले शहरों व जिलों की सूची में अमरावती का भी नाम शामिल हो सकता है, क्योेंकि इस समय अमरावती जिले में पॉजीटिविटी रेट 10 फीसद से काफी अधिक है. साथ ही यहां के अस्पतालों में मरीजों को भरती करने हेतु जगह ही उपलब्ध नहीं है.
बता दें कि, कोविड संक्रमण की चेन को तोडने के लिए डॉ. गुलेरिया ने नाईट कर्फ्यू व विकेन्ड लॉकडाउन जैसे पर्यायों को अपर्याप्त बताया. साथ ही कहा कि, दस प्रतिशत से अधिक पॉजीटिविटी रेट रहनेवाले इलाकों में कम से कम दो सप्ताह का कडा लॉकडाउन लागू किया जाना चाहिए. जिसके बारे में स्थानीय स्तर पर निर्णय लिया जा सकता है. डॉ. गुलेरिया ने देशव्यापी लॉकडाउन को अब गैरजरूरी बताते हुए कहा कि, इसकी वजह से रोज कमाने-खानेवाले लोगों पर परिणाम पड सकता है. ऐसे में निश्चित कालावधी के लिए कुछ खास इलाकों में कडे निर्बंध लागू किये जाने चाहिए. इस आशय के सुझाव कोविड टास्क फोर्स द्वारा भी दिये गये है, लेकिन इस पर कडाई के साथ अमल नहीं हो पा रहा. जिसकी वजह से कोविड संक्रमण की स्थिति नियंत्रण में नहीं आ रही.