अमरावती- दि.6 भारतरत्न डॉ. बाबासाहब आंबेडकर ने जिस पवित्र भूमि पर खडे रहकर अपने लाखों अनुयायियों को बौध्द धम्म की दीक्षा दी थी, उस दीक्षा भूमि पर आयोजीत कार्यक्रम में अतिथियों को आमंत्रित करते समय किसी भी तरह का राजनीतिक व सामाजिक भेदभाव नहीं किया जाता. ऐसे में यदि धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस के कार्यक्रम में वंचित बहुजन आघाडी के अध्यक्ष एड. प्रकाश उर्फ बालासाहब आंबेडकर आते है, तो दीक्षा भूमि स्मारक समिती द्वारा निश्चित तौर पर उनका स्वागत ही किया जायेगा. इस आशय का प्रतिपादन रिपाइं (गवई गुट) के राष्ट्रीय महासचिव तथा दीक्षा भूमि स्मारक समिती के विश्वस्त डॉ. राजेंद्र गवई द्वारा किया गया.
डॉ. राजेंद्र गवई के मुताबिक विगत दो वर्ष कोविड संक्रमण के चलते सार्वजनिक रूप से धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस मनाया नहीं जा सका. ऐसे में इस बार बडे-बडे नेताओं को आमंत्रित किया गया है. परंतु रिपाइं व आंबेडकरी अभियान से जुडे प्रमुख लोगों को आमंत्रित नहीं किया गया, क्योंकि धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस समारोह में किसी की लोकप्रियता देखकर उसे आमंत्रित नहीं किया जाता, बल्कि आंबेडकरी आंदोलन में शामिल रहनेवाले हर एक व्यक्ति को यहां खुद होकर आना होता है, क्योंकि यह उत्सव आंबेडकरी समाज से जुडे हर व्यक्ति का अपना आयोजन है. ऐसे में किसी के मान-सम्मान, अपमान या अहंकार का विषय ही नहीं उठता.