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मोदी सरकार के सामने में दो वाक्य जोडने की रखी शर्त
अमरावती/दि.५ – इस समय समूचे देश में केंद्रीय मोदी सरकार द्वारा पारित किये गये कृषि विधेयकों को लेकर जबर्दस्त गतिरोध व विरोधाभास बना हुआ है और राज्य सरकार ने स्पष्ट तौर पर घोषणा कर दी है कि, कृषि कानूनों को महाराष्ट्र में लागू नहीं किया जायेगा. इसी बीच राज्य के शालेय शिक्षा व कामगार राज्यमंत्री बच्चु कडू ने कहा है कि, मौजूदा कृषि विधेयक में यदि केंद्र सरकार उनके द्वारा दिये गये दो सुझावों को शामिल कर लेती है तो वे भाजपा में प्रवेश करने को तैयार है. राज्यमंत्री बच्चु कडू द्वारा दी गई इस चुनौती के चलते राज्य के राजनीतिक गलियारों में जबर्दस्त हडकंप मचा हुआ है.
राज्यमंत्री बच्चु कडू के मुताबिक यदि पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्ववाली केंद्र सरकार यह स्वीकार करे कि, किसानों को ५० फीसदी लाभ ग्राह्य मानकर कीमत दिया जायेगा और इसी दाम पर किसानों से उनकी कृषि उपज खरीदी जायेगी, तो वे किसानों के हितों हेतु भाजपा में प्रवेश करने के लिए भी तैयार है. अन्यथा इन दो सुझावों के बिना केंद्र सरकार द्वारा पारित तीनों कृषि विधेयकों का कोई मतलब नहीं है.
अपनी आक्रामक शैली और तेजतर्रार स्वभाव के लिए जाने जाते राज्यमंत्री बच्चु कडू के इस बयान को लेकर जबर्दस्त हडकंप व्याप्त है. उल्लेखनीय है कि, कुछ दिनों पूर्व राज्यमंत्री बच्चु कडू ने आपदाग्रस्त सोयाबीन उत्पादक किसानों के खेतों का निरीक्षण किया था और किसानों के मामले में कृषि विभाग बिल्कूल भी गंभीर नहीं है. ऐसा आरोप लगाते हुए सनसनी मचा दी थी. साथ ही उन्होंने सोयाबीन के निकृष्ट बीज, खाद एवं अन्य मामलों को लेकर कृषि विभाग को जमकर लताड लगाते हुए किसानों के हो रहे नुकसान हेतु कृषि महकमे की लापरवाही को जिम्मेदार बताया था. राज्यमंत्री बच्चु कडू के इस बयान को लेकर राज्य सरकार में खलबली मच गयी थी और कृषि मंत्री दादा भुसे ने स्थिति को संभालने का प्रयास करते हुए राज्यमंत्री बच्चू कडू द्वारा लगाये गये आरोपों की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करने की बात कही थी. वहीं अब राज्यमंत्री बच्चु कडू द्वारा कृषि विधेयक को लेकर दिये गये बयान के चलते राज्य सरकार में एक बार फिर जबर्दस्त हडकंप व्याप्त है.
‘हाथरस‘ का विरोध करने सभी महिलाएं आयें सामने
इस समय उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में एक युवती के साथ हुई अन्यायकारक घटना को लेकर भी समूचे देश में जनाक्रोश भडका हुआ है और जगह-जगह पर इस घटना के विरोध में यूपी की योगी सरकार का निषेध किया जा रहा है. इस मामले को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए राज्यमंत्री बच्चु कडू ने कहा कि, ऐसे मामलों को राजनीतिक रंग नहीं दिया जाना चाहिए. बल्कि सभी राजनीतिक दलों व समाज के सभी वर्गों से वास्ता रखनेवाली महिलाओं ने एकजूट होकर ऐसी घटनाओं के खिलाफ आगे आना चाहिए. साथ ही उन्होंने हाथरस के दौरे पर गये कांग्रेस सांसद राहूल गांधी के साथ पुलिस द्वारा की गई धक्का-मुक्की वाली घटना का भी विरोध करते हुए कहा कि, लोकतंत्र में हर एक व्यक्ति को अपनी आवाज उठाने का अधिकार है और इस आवाज को किसी भी सरकार द्वारा दबाया नहीं जाना चाहिए.
दीवाली के बाद शुरू होंगी ९ वी से १२ वी तक कक्षाएं
इस समय कोरोना के खतरे को देखते हुए अनलॉक की प्रक्रिया के बावजूद राज्य के सभी सरकारी व निजी स्कूल व कॉलेज पूरी तरह से बंद है और जारी शैक्षणिक सत्र में पढाई-लिखाई का प्रत्यक्ष काम कब तक शुरू होगा, इसे लेकर काफी संभ्रम देखा जा रहा है. इसी पार्श्वभूमीपर राज्य के शालेय शिक्षा राज्यमंत्री बच्चू कडू ने कहा है कि, आगामी दीपावली पर्व के बाद राज्य में कक्षा ९ वीं से कक्षा १० वीं की कक्षाओं को शुरू कर दिया जायेगा. जिसके लिए शिक्षकों एवं विद्यार्थियों को कोरोना संक्रमण से बचाने हेतु तमाम आवश्यक कदम भी उठाये जायेंगे.