अमरावती

फिर बेमौसम बारिश का कहर

वाशिम व यवतमाल में बडे पैमाने पर नुकसान

अमरावती/दि.28 – इस समय अमरावती शहर व जिले सहित समूचा विदर्भ क्षेत्र बेमौसम बारिश की चपेट में है और गुरुवार को लगातार तीसरे तीन अमरावती सहित यवतमाल, वाशिम, बुलढाणा, वर्धा व नागपुर में तेज आंधी-तूफान के साथ ही बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि के चलते बडे पैमाने पर जनजीवन अस्त-व्यस्त होने के साथ ही काफी नुकसान होने की खबरे है.
वाशिम जिले में लगातार तीसरे दिन कल गुरुवार को तेज आंधी-तूफान के साथ बेमौसम बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई. जिसके चलते मनोरा, मंगरुलपीर व मालेगांव तहसील क्षेत्र में खेती-किसानी का बडे पैमाने पर नुकसान हुआ. इससे पहले 2 दिन तक हुई बारिश व ओलावृष्टि के बाद किसान थोडा संभले ही थे, तभी गुरुवार की दोपहर मंगरुल के तसहील के शेलू बाजार व वनोजा परिसर में ओलावृष्टि व जोरदार बारिश हुई साथ ही मालेगांव तहसील के किनीराजा व मेडशी परिसर में तेज आंधी-तूफान व बेमौसम बारिश के साथ हल्की-फूल्की ओलावृष्टि हुई. मानोरा तहसील में शाम के समय मानोरा सहित विठोली व कोलार परिसर में जमकर ओले बरसे. जिसके चलते हलदी, प्याज व सागसब्जी सहित पपई, अमरुढ, नीबू व आम की फसलों का बडे पैमाने पर नुकसान हुआ.
उधर यवतमाल जिले में यवतमाल शहर सहित विविध तहसील एवं ग्रामीण इलाकों में जोरदार बेमौसम बारिश हुई. जिसकी वजह से 5 राजस्व मंडलों में अतिवृष्टि वाली स्थिति रही. इस बेमौसम बारिश के चलते घर का टीन गिर जाने की वजह से दारवा तहसील के टाकली बु. में कुवरसिंह भगवानसिंह तवर नामक 59 वर्षीय व्यक्ति की मौत हुई. इसके साथ ही बाभुलगांव तहसील के बाभुलगांव, आर्णी तहसील के जवला, केलापुर तहसील के केलापुर व चालबर्डी तथा घाटंजी तहसील के भोटी इन पांच राजस्व मंडलों में अतिवृष्टि होने के समाचार है. जिसमें से आर्णी के जवला मंडल में सर्वाधिक 92 मीमी पानी बरसा. साथ ही करीब 13 गांवों में ओलावृष्टि हुई.
इसके अलावा वर्धा जिले में कल पूरा दिन मौसम खुला रहने के बाद शाम के समय अचानक ही बदरीला मौसम बन गया और बिजली की गडगडाहट व तेज आंधी-तूफान की वजह से वर्धा शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में कई स्थानों पर विद्युत आपूर्ति खंडित हुई. वर्धा जिले में वर्धा, सेलू व देवली क्षेत्र में बारिश का जोर सबसे अधिक था.

* तूफान में कंटेनर उलटा, इंजिनियर की मौत
जलगांव जिले के भूसावल, जामनेर, अमलनेर व रावेर तहसील क्षेत्र में गुरुवार को तेज आंधी-तूफान के साथ जोरदार ओलावृष्टि व मूसलाधार बारिश हुई. बेमौसम बारिश के साथ आए तूफान की वजह से चिंचोली धानवड खेत परिसर में खडा कंटेनर उलट गया. उसकी आड लेकर खडे मजदूर सहित एक इंजिनियर की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं एक अन्य मजदूर गंभीर रुप से घायल हो गया. यवतमाल जिले में तेज आंधी-तूफान की वजह से रबी फसलों सहित आम व मोसंबी के फल बागानों का काफी नुकसान हुआ है.

* पूरे राज्य में खेती-किसानी की कमर टूटी
इस समय विदर्भ सहित मध्य महाराष्ट्र व मराठवाडा में भी तेज आंधी-तूफान व बेमौसम बारिश का दौर चल रहा है. जिसके चलते पूरे राज्य में प्याज, ज्वारी, मक्का, सोयाबीन, हल्दी, केला, आम, टरबूज, पपई सहित ग्रीष्मकालीन फसलों व सागसब्जियों की खेती-किसानी व फलबागान बर्बाद हुए है. विगत कुछ दिनों से लगातार चल रही बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि के चलते आर्थिक तौर पर किसानों की कमर टूट गई है. खेती-किसानी के नुकसान के साथ-साथ बेमौसम बारिश व तेज आंधी-तूफान की वजह से राज्य में बडे पैमाने पर जनहानि व पशुधन हानि भी हुई है. इसके अलावा कई स्थानों पर संपत्तियों का भी काफी नुकसान हुआ है.

* विदर्भ में आज व कल फिर ओलावृष्टि का अनदेशा
गुरुवार को पूरा दिन धूप और बादलों की लुकाछिपी का खेल खेलने के बाद शाम के समय समूचे विदर्भ क्षेत्र में लगभग हर ओर जोदार बारिश हुई. साथ तेज हवाओं के चलते आंधी-तूफान वाली स्थिति भी बनी रही. वहीं अब मौसम विभाग ने विदर्भ क्षेत्र के कुछ जिलों में शुक्रवार व शनिवार को भी ओलावृष्टि होने का अनुमान व्यक्त किया है. जिसके चलते बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि को लेकर किसानों सहित आम नागरिकों द्बारा अभी से चिंता जताई जाने लगी है.

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