अमरावती/दि.1 – जिले में अप्रैल से अक्तूबर इन 7 माह के दौरान 17 एचआईवी संक्रमित गर्भवती महिलाओं की सरकारी अस्पताल में सफलतापूर्वक प्रसुती कराई गई. साथ ही उनके नवजात बच्चों को सुरक्षा के लिहाज से नेवीरेपीन औषधी का डोज भी दिया गया. इस आशय की जानकारी जिला एड्स नियंत्रण विभाग द्बारा दी गई है. साथ ही बताया गया है कि, जिले में कुल 6 हजार 876 एचआईवी संक्रमित मरीज हैं. जिसमेें से करीब 4 हजार मरीज नियमित रुप से अपना इलाज करवा रहे है.
उपरोक्त जानकारी देने के साथ ही बताया गया है कि, ग्रामीण व शहरी क्षयरोग विभाग के सहयोग से प्रत्येक क्षयरुग्ण की एचआईवी जांच जरुर की जाती है तथा एचआईवी पॉझिटीव पाये जाने वाले मरीजों पर आवश्यक औषधोपचार किया जाता है. सरकारी स्वास्थ्य विभाग द्बारा उपलब्ध नि:शुल्क औषधोपचार, स्वयंसेवी संस्थाओं की सहायता से की जाती सातत्यपूर्ण जनजागृति के चलते विगत 15 वर्षों से जिले में एचआईवी संक्रमण का प्रमाण दिनोंदिन कम हो रहा है. एड्स नियंत्रण सोसायटी द्बारा 1 दिसंबर से जिले में विश्व एड्स नियंत्रण माह मनाया जाना है. जिसके लिए इस वर्ष ‘समानता’ को घोषवाक्य बनाया गया है.
जिले मेें सन 2007-8 के दौरान 10 हजार 812 एचआईवी टेस्ट की गई. जिसमें से 543 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटीव आई थी. यह 5.02 फीसद पॉजिटीविटी रेट था. वहीं वर्ष 2021-22 में 1 लाख 36 हजार 189 टेस्ट की गई. जिसमें से केवल 246 लोग एचआईवी पॉजिटिव पाये गये. यह 0.18 फीसद पॉजिटीवीटी रेट है. यानि मरीज संख्या के साथ-साथ पॉजिटीविटी रेट में कमी आई है. इसे एड्स नियंत्रण के लिहाज से बेहतरीन संकेत माना जा रहा है.
* नि:शुल्क इलाज
एचआईवी नियंत्रण व उपचार के लिए जिला सामान्य अस्पताल जिला स्त्री अस्पताल, 1 वैद्यकीय महाविद्यालय, 4 उपजिला अस्पताल, 9 ग्रामीण अस्पताल, 60 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, 1 क्षयरोग अस्पताल, 59 निजी अस्पताल, 2 गुप्तरोग केंद्र, 1 सरकारी ब्लड बैंक व 4 निजी ब्लड बैंक आदि द्बारा काम किया जाता है. इन सभी स्थानों पर एड्स के संदर्भ में विस्तुत जानकारी देने के साथ ही नि:शुल्क तौर पर एचआईवी जांच की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है. साथ ही नि:शुल्क इलाज के लिए सरकारी, जिला, उपजिला व ग्रामीण अस्पतालों में एआरटी केंद्र को क्रियान्वित किया गया है.