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जिले में 707 डेंगू के मरीज और मलेरिया के 36

चिकनगुनिया के 335 मरीज

* ठंड बढते ही मरीजो की संख्या हुई कम
अमरावती /दि. 27- अमरावती जिले में इस वर्ष मानसून में बारिश काफी होने से और मच्छरो का प्रकोप व साफसफाई का अभाव रहने से संक्रामक बीमारियों का काफी प्रादूर्भाव रहा. डेंगू के मरीजो की संख्या काफी रही. इस कारण इस वर्ष अब तक अमरावती शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र में कुल 707 डेंगू के मरीज पाए गए और चिकनगुनिया के भी 335 मरीज मिले. इसके अलावा मलेरिया के 36 मरीज मिले है. लेकिन अब ठंड बढते ही इन संक्रामक बीमारियों का प्रादूर्भाव कम होता जा रहा है.
जिला मलेरिया विभाग की तरफ से अमरावती मंडल को बताया गया कि, इस वर्ष 1 जनवरी से 26 नवंबर तक जिले में डेंगू के 3937 संदिग्ध मरीजों के रक्त नमूनों की जांच की गई. इनमें मनपा क्षेत्र के 1502 और ग्रामीण क्षेत्र के 2435 संदिग्ध मरीजों का समावेश था. इन संदिग्ध मरीजो के रक्त नमूने की जांच में मनपा क्षेत्र में 339 और ग्रामीण क्षेत्र में 368 मरीज पॉजिटिव पाए गए. इसके अलावा चिकनगुनिया के 335 मरीज पाए गए. इनमें ग्रामीण क्षेत्र के 242 और मनपा क्षेत्र के 93 मरीज है. इसके अलावा मलेरिया के संदिग्ध 4 लाख 20 हजार 696 संदिग्ध मरीजो के रक्त नमूनो की जांच की गई. यह रक्त नमूने 1 जनवरी से 31 अक्तूबर तक जांच किए गए. इनमें 36 मरीजो के रक्त नमूने पॉजिटिव पाए गए है. जिला मलेरिया विभाग के अधिकारियों ने बताया कि, बारिश के दिनों में यानी जून, जुलाई, अगस्त और सितंबर तक डेंगू मलेरिया और चिकनगुनिया के मरीजो की संख्या अधिक रहती है. बारिश के दिनों में मच्छरों की भरमार होने और साफसफाई का अभाव रहने से इन मच्छरो की संख्या बढती है. लेकिन ठंड शुरु होते ही इन बीमारियों का प्रादूर्भाव कम होता जाता है. बारिश के दिनों में हर दिन शहर सहित जिले के 100 से अधिक संदिग्ध मरीजो के रक्त नमूनो की जांच की जाती थी. लेकिन अब यह प्रादूर्भाव कम होने से बडी मुश्कील से हर दिन 8 से 10 रक्त नमूनो की जांच की जाती है.

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