खेतो में पडे है बिजली के पोल और तार, मशागत कब करना?
महावितरण के अधिकारियों की अनदेखी से किसानों में रोष
चांदुर बाजार/दि.08– तहसील के किसानों ने खेती की मशागत कब करना ऐसा सवाल वितरण कंपनी के लापरवाह अधिकारियों से किया है. शहर सहित तहसील में कुछ दिन पूर्व आंधीतूफान के साथ बेमौसम बारिश होने से अनेक स्थानों पर बडे पेड और बिजली के खंबे धराशाही हो गए थे. अब किसानों के खेतो में बिजली के टूटे तार और पोल पडे रहने से खरीफ सत्र की बुआई के लिए खेतो में मशागत शुरु कैसे करना, ऐसा सवाल इन किसानों ने उपस्थित कर महावितरण के अधिकारियों पर रोष व्यक्त किया है.
बिजली के पोल और तार टूटे हुए किसानों के खेतो में पडे रहने से खेती की मशागत करने के लिए किसान परेशान है. मशागत के लिए कुछ ही दिन शेष रहे है. लेकिन महावितरण द्वारा अब तक इन टूटे हुए तारों को हटाकर विद्युत लाईन की दुरुस्ती नहीं की गई है. कुछ दिनों में ही बुआई की शुरुआत होनेवाली है. किसान खेती की मशागत के काम जूट गए है. लेकिन टूटे तार और गिरे हुए पोल अभी भी तहसील के अनेक किसानों के खेतो में वैसे ही पडे है. इस कारण किसानों को खेती की मशागत करने में काफी दुविधा निर्माण हो रही है. कुछ खेतो के टूटे तार को अपने हाथो से हटाकर किसानों को खेती की मशागत करनी पड रही है. जबकि कुछ किसान खेतो के टूटे तार और विद्युत पोल ट्रैक्टर की सहायता से हटाते हुए दिखाई दे रहे है. इस कारण खेत में बडी दुर्घटना होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता. इसके बावजूद महावितरण के लापरवाह अधिकारी टस से मस नहीं हो रहे है. इस कारण किसानों में तीव्र रोष व्याप्त है. एक माह होने के बाद भी महावितरण की तरफ से खेत में टूटे हुए तार और गिरे हुए बिजली के खंबे हटाए नहीं गए है. इस कारण तहसील के अनेक किसानों को खरीफ सत्र की बुआई के पूर्व मशागत करने में सुविधा निर्माण हो रही है. इस बाबत अनेक बार महावितरण के अधिकारियों को सूचित करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई है. अब लोकविकास संगठना की तरफ से गोपाल भालेराव ने आंदोलन करने की चेतावनी दी है.