अमरावतीमहाराष्ट्र

स्वास्थ्य केंद्रो में फार्मासिस्ट नहीं, दवा देगा कौन?

28 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रो में फार्मासिस्ट के पद पडे है रिक्त

* पद भर्ती लटकी है अधर में
अमरावती/दि.1– ग्रामीण क्षेत्रो में स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने हेतु जिला परिषद के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की भूमिका को बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है. इसमें भी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रो में दवा आपूर्ति व दवा वितरण में फार्मासिस्ट की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण होती है. परंतु जिले के 28 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रो में फार्मासिस्ट के 28 पद रिक्त पडे है. जिसके चलते प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रो में इलाज हेतु आनेवाले मरीजो को दवा प्राप्त करने में काफी दिक्कतो का सामना करना पडता है. साथ ही कई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रो में डॉक्टरो के भी पद रिक्त पडे हुए है, ऐसी भी जानकारी सामने आई है.

बता दे कि, ग्रामीण क्षेत्र में छिटपूट बीमारी रहनेवाले मरीजो को गांव में ही स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने का काम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रो द्वारा किया जाता है. इसके चलते जिले में कुल 59 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्थापित किए गए है. लेकिन इसमें से 28 स्वास्थ्य केंद्रो में मरीजो को दवा उपलब्ध करानेवाले फार्मासिस्टो के पद ही रिक्त है. जिसके चलते इन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रो में मरीजो को दवाई उपलब्ध नहीं हो पाती और उन्हें अन्य सरकारी अस्पतालो में दवाई के लिए जाना पडता है. साथ ही साथ संबंधित स्वास्थ्य केंद्रो में कौन-कौनसी दवाईयां उपलब्ध और किन दवाईयों की कमी है, इसकी मांग भी जिला परिषद के औषधी भंडार विभाग के पास उपलब्ध नहीं हो पाती. जिसके चलते ग्रामीण मरीजों की सुविधा के साथ-साथ प्रत्येक मरीज के लिए आवश्यक दवाईयां उपलब्ध कराने हेतु फार्मासिस्ट के रिक्त पदों पर तुरंत फार्मासिस्टों की नियुक्ति किए जाने की मांग की जा रही है.

* इलाज होता है मगर दवाईयां नहीं
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रो में आवश्यक चिकित्सा सुविधा तो मिलती है. परंतु स्वास्थ्य केंद्रो फार्मासिस्ट नहीं रहने के चलते वहां पर डॉक्टर द्वारा लिखी गई दवाईयां नहीं मिलती. कुछ स्थानो पर दवाईयां उपलब्ध नहीं रहने का जवाब भी मरीजो को दिया जाता है और जहां पर फार्मासिस्ट का पद रिक्त है वहां अन्य स्वास्थ्य केंद्रो के फार्मासिस्टो पर अतिरिक्त जवाबदारी सौंपी गई है. परंतु एक फार्मासिस्ट एक ही समय पर दो प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रो में किस तरह से सेवा देगा, यह भी अपनेआप में बडा सवाल है.

* पदभर्ती अटकी
राज्य के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रो में फार्मासिस्ट के रिक्त पदों हेतु पदभर्ती की प्रक्रिया चलाई गई. जिसे लेकर लिखित परीक्षा भी ली गई. लेकिन आचारसंहिता के चलते आगे की चयन प्रक्रिया अटक गई. ऐसे में अब आचारसंहिता के खत्म होने के बाद ही चयन प्रक्रिया पूरी हो पाऐगी, ऐसी उम्मीद जताई जा रही है.

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