अमरावती

जिले के 486 गांवों में बाढ का खतरा

जिप ने तैयार किया कृति प्रारूप

अमरावती/दि.29 – जल्द ही बारिश का मौसम शुरू होने जा रहा है, ऐसे में जिला परिषद द्वारा बाढ सदृश्य हालात की वजह से ग्रामीण इलाकों में निर्माण होनेवाली आपातकालीन परिस्थितियों का नियोजन करने हेतु कृति प्रारूप तैयार किया गया है. बता दें कि, बारिश के मौसम में जिले के 22 गांवों की स्थिति अति संवेदनशिल हो जाती है और उनका अन्य गांवों से संपर्क टूट जाता है. ऐसे में इन गांवों के लिए आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के संदर्भ में नियोजन किया गया है.
बता दें कि, जिले में नदी किनारे बसे गांवों को प्रतिवर्ष बारिश के मौसम दौरान बाढ की स्थिति का सामना करना पडता है और इस वर्ष मौसम विभाग द्वारा बारिश की स्थिति अच्छीखासी रहने की संभावना व्यक्त की गई है. इस बात को ध्यान में रखते हुए जिला परिषद द्वारा जारी वर्ष के लिए कृति प्रारूप तैयार किया गया है. जिसमें कहा गया है कि, जिले में 486 गांव बाढ से प्रभावित होते है. जिसमें से 22 गांवों की स्थिति अति संवेदनशील है. जिन्हें बारिश की वजह से काफी समस्याओं व दिक्कतों का सामना करना पडता है. इसमें से कई गांव बाढ में पूरी तरह से घिर जाते है और उनका अन्य क्षेत्रों से संपर्क टूट जाता है. ऐसे में इन गांवों के लिए आवश्यक उपाय योजनाओं का अभी से नियोजन किया जा रहा है. इसके तहत इन गांवों के नागरिकों की स्वास्थ्य जांच हेतु जिलास्तर पर 1, तहसील स्तर पर 14 तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर 59 पथक स्थापित किये गये है. साथ ही बारिश के मौसम में फैलनेवाली संक्रामक बीमारियों के नियंत्रण हेतु जिला एवं तहसील स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित किये जायेंगे, जो 7 जून से 30 सितंबर तक कार्यरत रहेंगे. इन सभी नियंत्रण कक्षों में स्वास्थ्य अधिकारियों व कर्मचारियों की नियुक्ती की जायेगी.

इन तैयारियों को किया जा रहा पूरा

बाढ की चपेट में आनेवाले अति संवेदनशिल 22 गांवों में सुरक्षित निवास तथा दवाईयों की व्यवस्था की जा रही है. साथ ही पेयजल की स्वच्छता हेतु मेडिक्लोर व क्लोरिन का प्रयोग किया जायेगा. बाढ प्रभावित रहनेवाले गांवों स्वास्थ्य केंद्र में एम्बुलन्स की व्यवस्था करने के साथ ही 26 फॉगींग मशीन उपलब्ध करायी जायेगी.

ये है अति संवेदनशिल गांव

धारणी तहसील के तांगडा, चोपन, कावडाझिरी, किन्हाखेडा, कुटीदा, भोकडा, सोनाबर्डी, डोलार, परसोली, पलसकुंडी तथा चिखलदरा तहसील के डोमी, कुही, रूईपठार, कुटीदा, सुमिता, कारंजखेडा, मारीका, राक्षा, अढाव, रेहट्याखेडा, बिच्छूखेडा व माडीझडप इन गांवों को बाढ के लिहाज से अति संवेदनशील माना जाता है.

नदी किनारे रहनेवाले गांवों की तहसीलनिहाय संख्या

अमरावती – 63
भातकुली – 35
नांदगांव खंडे. – 24
दर्यापुर – 55
चांदूर बाजार – 26
चांदूर रेल्वे – 06
धामणगांव रेल्वे – 27
तिवसा – 48
मोर्शी – 38
वरूड – 51
धारणी – 07
चिखलदरा – 00

Related Articles

Back to top button