अमरावतीमहाराष्ट्र

शहर में 6 अग्निशमन केंद्रों की आवश्यकता

वर्तमान स्थिति में 4 कार्यरत, मनुष्यबल का भी अभाव

* आग लगने के बाद फायर बिग्रेड घटनास्थल पर पहुंचने लगते है 5 से 10 मिनट
अमरावती /दि.21– शासन निर्णय के मुताबिक 10 लाख आबादी वाले शहर में कम से कम 6 अग्निशमन केंद्र रहना अनिवार्य है. लेकिन फिलहाल मनपा के पास 4 ही अग्निशमन केंद्र है. 200 से अधिकारी कर्मचारियों की आवश्यकता रहते फिलहाल 135 कर्मचारी चारों केंद्रों पर कार्यरत है. इसमें 95 कर्मचारी कंत्राटी है. 6 मंजिल से अधिक उंचाई की इमारत में उपरी मंजिल पर आग लगी तो, उसे नियंत्रित करने के लिए यंत्रणा अग्निशमन विभाग के पास नहीं है. इसे देखते हुए आग की कोई बडी घटना घटित होने पर अग्निशमन विभाग के पास आवश्यक यंत्रणा न रहने से किसी समय बडा खतरा निर्माण होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता.
वॉलकट कम्पाउंड, ट्रान्सपोर्ट नगर, बडनेरा, प्रशांत नगर इन चार स्थानों पर वर्तमान में अग्निश्मन केंद्र है और दो स्थानों पर प्रस्तावित है. लेकिन इसका काम फिलहाल पूर्ण नहीं हुआ है. शहर में सातुर्णा, जुनी एमआईडीसी, नांदगांव पेठ एमआईडीसी है. इसके अलावा सबसे बडा सिटीलैंड, बिजिलैंड और ड्रिमलैंड व्यापारी कपडा संकुल है. यह सभी स्थल शहर से 7 से 8 किमी दूरी पर है. सातुर्णा एमआईडीसी के लिए बडनेरा से तथा बायपास रोड एमआईडीसी के लिए प्रशांत नगर से फायर बिग्रेड की गाडी व यंत्रणा भेजनी पडती है. सभी सडकों पर आवाजाही रहने पर आग की घटना घटित होने पर अग्निशमन गाडियों को पहुंचने के लिए कम से कम 7 से 8 मिनट लगते है. क्योंकि आग की जानकारी मिलने के बाद यंत्रणा सुसज्ज कर वहां रवाना करने के लिए कुछ समय लगता है. तब तक आग उग्र रुप धारण कर लेती है. उस पर काबू करने तक काफी साहित्य जलकर राख हो जाता है. भाग्यवश पिछले एक साल में कोई भी जिवितहानि नहीं हुई है, लेकिन 614 छोटी बडी आग की घटना घटित हुई है. इसमें 2 करोड 86 लाख 77 हजार रुपए का माल जलकर राख हुआ है. दो लोगों को बचाया गया है और 27 मवेशी और पक्षियों को भी आग से बचाया गया है.

* रहाटगांव, सुकली कंपोस्ट डिपो के पास दो केंद्र प्रस्तावित
शहर की आबादी बढने से नांदगांव पेठ एमआईडीसी, अर्जुन नगर, शेगांव नाका पहुंचने के मकसद से रहाटगांव में सुकली कंपोस्ट डिपो परिसर में भारी मात्रा में शहर का कचरा डाला जाता है. इस कारण वहां पर बार-बार आग की घटना घटित रहती है. इस कारण इस परिसर में भी अग्निश्मन केंद्र प्रस्तावित है. यह दोनों केंद्र पूर्ण होने के बाद ही शहर के अग्निश्मन केंद्रों की संख्या पूर्ण होने वाली है.

* विभाग में 135 में से 95 कर्मचारी कंत्राटी
मनपा अग्निशमन विभाग में नियमित फायरमैन, कर्मचारियों की भर्ती बंद रहने से कुल 135 में से 95 कंत्राटी है. केवल 40 कर्मचारी मनपा आस्थापना के है. इसमें प्रभारी अग्निशमन अधीक्षक सहित फायरमैन व चालक का समावेश है. इसके पूर्व 2015 में नियमित कर्मचारी भर्ती हुई थी. पश्चात ठेका कर्मियों पर ही काम चल रहा है. राष्ट्रीय अग्निशमन प्रशिक्षण संस्था से 6 माह, एक साल का प्रशिक्षण पूर्ण करने वालों को ही ठेके पर नौकरी पर लिये जाने की जानकारी अग्निशमन विभाग ने दी.

* जनवरी से दिसंबर 2024 की घटना व नुकसान
आग की घटना                    614
बचाये गये मनुष्य                  02
बचाये गये प्राणी                   25
बचाये गये पक्षी                    02
आर्थिक नुकसान               2,86,77,000

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