शालेय जीवन से ही स्पर्धा परीक्षा तैयारी करने की जरूरत
रेणू राऊत ने शिविरार्थियों का किया मार्गदर्शन
* तोंगलाबाद में ग्रीष्मकालीन शिविर को उत्स्फूर्त प्रतिसाद
दर्यापुर/दि.16-आज के स्पर्धा के इस दौर में टिकने के लिए विद्यार्थी अवस्था से ही बच्चों को मराठी व अंग्रेजी शुद्धलेखन, रोजाना एक गणितीय पाढा, अंग्रेजी पांच शब्द पाठांतर, 15 सामान्य ज्ञान प्रश्न पाठांतर करना यह आदत लगाना चाहिए. शालेय जीवन से ही स्पर्धा परीक्षा की तैयारी करने की जरूरत है, ऐसा अकोला के निःशुल्क शैक्षणिक सेवा केंद्र संचालिका रेणूताई अरून राऊत ने किया. दर्यापुर तहसील के तोंगलाबाद में जिला क्रीडा अधिकारी कार्यालय अमरावती व जय बजरंग व्यायाम शाला और युवा यात्रा महोत्सव समिति के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित ग्रीष्मकालीन ज्ञान,कला व क्रीडा शिविर में वे बोल रही थी. इस अवसर पर आयोजित मार्गदर्शन कार्यशाला में शालेय जीवन में स्पर्धा परीक्षा का महत्व इस विषय पर उन्होंने मार्गदर्शन किया. कार्यक्रम में अध्यक्ष के रूप में माऊली भागवत सेवा समितीचे अध्यक्ष पुंडलिक राऊत तर प्रमुख पाहुणे म्हणून जय बजरंग व्यायाम शाळा व्यवस्थापक श्रीराम जऊळकार, माऊली भागवत सेवा समिती के सचिव राजेंद्र जलमकर, सेवानिवृत्त मुख्याध्यापक अरुणराव राऊत उपस्थित थे. इस समय प्रमुख अतिथि अरुणराव राऊत की ओर से शिविर के सभी विद्यार्थियों को नोटबुक व पेन दिया गया. अंग्रेजी अक्षर सुधारने के लिए उनकी ओर से शिविर में शुध्दलेखन स्पर्धा रखी गई. विजेताओं को नकद पुरस्कार दिया जाएगा. 8 मई से शुरु हुए इस शिविर का समापन 19 मई को होगा.
शिविर में 200 विद्यार्थी सहभागी हुए है.
शिविर दौरान विद्यार्थियों को रोजाना योग, प्राणायम,कराटे,एरोबिक्स, जिम्नास्टिक, वॉलीबॉल,कबड्डी,नेटबॉल,आर्चरी, स्पॉटबॉल आदि खेल का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इसके साथ ही रोजाना 1 घंटे तक चित्रकला,संगीत, नृत्य, मराठी व अंग्रेजी व्याकरण, गणित व सामान्यज्ञान का मार्गदर्शन किया जा रहा है. इस शिविर का आयेाजन अमरावती जिला क्रीडा अधिकारी गणेशराव जाधव के मार्गदर्शन में व जय बजरंग व्यायाम शाला व्यवस्थापक श्रीराम जऊलकार के नेतृत्व में किया गया है. शिविर को सफल बनाने के लिए युवा यात्रा महोत्सव समिति और ग्रामवासी प्रयास कर रहे है.
जिला क्रीडा अधिकारी कार्यालय के माध्यम से 10 तज्ञ प्रशिक्षक इस शिविर में विद्यार्थियों को योग, प्राणायम, कराटे,एरोबिक्स, सहित विविध खेल का प्रशिक्षण दे रहे है.
अंग्रेजी विषय का डर दूर होकर होती है प्रगति
अंग्रेजी विषय मराठी से ज्यादा सरल है. आज के दौर में अंग्रेजी पढना और बोलना हर व्यक्ति को आना आवश्यक है. इसलिए इस विषय को लेकर मन का डर दूर करना आवश्यक है. अंग्रेजी विषय का डर दूर हुआ तो प्रगति होती है, ऐसा इंस्पायर अकादमी दर्यापूर की संचालक प्रा. वृषाली नितीन टाले ने बौद्धिक सत्र में मार्गदर्शन में कहा.