अमरावती /दि.27– अपने पास पशु वैद्यक पदवीधर की शैक्षणिक अहर्ता रहने की बात दर्शाते हुए पशु चिकित्सा का व्यवसाय करने वाले फर्जी पशु चिकित्सकों को अब पशु संवर्धन विभाग ने अपने निशाने पर लिया है और ऐसे फर्जी पशु चिकित्सकों को खोजने हेतु अभियान छेड दिया गया है. इसके लिए राज्य एवं जिलास्तर पर समिति भी गठित की गई है.
जिले सहित राज्य के अलग-अलग जिले में पशु चिकित्सक की शैक्षणिक अहर्ता ही नहीं रहने वाले फर्जी पशु चिकित्सा का काम करने की शिकायतें बडे पैमाने पर पशु पालकों की ओर से बडे पैमाने पर राज्य सरकार को प्राप्त हुई है. ऐसे फर्जी पशु चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश महाराष्ट्र राज्य पशु वैद्यक परिषद द्वारा पहले से ही जारी किये गये है. परंतु विविध स्थानों पर रहने वाले फर्जी पशु चिकित्सकों की खोज करते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए महाराष्ट्र राज्य पशु वैद्यक परिषद के पास पर्याप्त मनुष्यबल ही उपलब्ध नहीं है. ऐसे में अब पशु पालकों व किसानों से प्राप्त होने वाली शिकायतों के मद्देनजर फर्जी पशु चिकित्सकों की खोज करते हुए उनके पास रहने वाले दस्तावेजों की जांच कर शिकायत में कोई तथ्य पाये जाने पर उनके खिलाफ कार्रवाई करने हेतु पशु संवर्धन विभाग ने राज्य एवं विभागीय स्तर पर एक समिति गठित की है.
* जिले में खुद को पशु चिकित्सक बताते हुए फर्जी पशु चिकित्सकों द्वारा किसानों के साथ जालसाजी किये जाने की शिकायते बडे पैमाने पर पशु संवर्धन विभाग को प्राप्त हुई है. ऐसे फर्जी पशु चिकित्सकों को खोजकर उनके खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई करने का अभियान पशु संवर्धन विभाग द्वारा शुरु किया गया है तथा जल्द ही ऐसे फर्जी पशु चिकित्सकों को खोज निकाला जाएगा.
– डॉ. पुरुषोत्तम सोलंके,
जिला पशु संवर्धन अधिकारी.