गुरूपुष्य पर सराफा में जमकर ग्राहकी
शुध्द सोना, चांदी सहित खडे की विक्री
* ज्वेलर्स ने रेट कम कर किया ग्राहकों का फायदा
* 77800 में दिया गया 24 कैरेट माल
अमरावती/ दि. 25 – सोने और चांदी के गहने, सिक्के खरीदी के लिए अत्यंत शुभ माने जाते गुरूपुष्य के मुहूर्त से दिवाली के पहलेे दिवाली का नजारा स्थानीय सराफा बाजार और शहर के समस्त ज्वेलरी शोरूम में गुरूवार को रहा. मोटे तौर पर करोडों का कारोबार होने की संभावना सोने चांदी के व्यापारियों ने व्यक्त की. उन्होंने बताया कि कई ज्वेलरी शोरूम में अपने ग्राहको का लाभ बढाने के लिए 77800-78000 प्रति 10 ग्राम के दाम से पीवर सोना विक्री किया. उसी प्रकार लग्नसरा की मुहूर्त खरीदी करनेवाले ग्राहकों ने भी गुरूपुष्य का अवसर साध्य किया.
इन ज्वेलर्स के यहां देर रात तक रश
सराफा अमूमन सुबह 11 बजे खुलता है. गुरूवार को न केवल शीघ्र मार्केट खुला बल्कि प्रमुख ज्वेलरी शॉप्स में देर रात तक कामकाज व कारोबार चलता रहा. मीनाक्षी ज्वेलर्स, खंडेलवाल ज्वेलर्स, एकता आभूषण, त्रिमूर्ति ज्वेलर्स, माधुरी ज्वेलर्स, एपी सिल्वर, कुबडे सराफ, महालक्ष्मी ज्वेलर्स, जेपी कोठारी ज्वेलर्स आदि प्रमुख और अंबानगरी के ग्राहकों में अच्छी पैठ रखनेवाले शोरूम्स में जमकर मुहूर्त खरीदी की गई. कई किलो सोना और चांदी की विक्री का प्रारंभिक अनुमान हैं.
खडों की विक्री जोरदार
सराफा के एक जानकार ने बताया कि गुरूवार को पुष्य नक्षत्र का अवसर आने से विभिन्न प्रकार के नग अर्थात खडे की विक्री अनुमान से अधिक हुई. पुखराज की डिमांड इतनी थी कि मार्केट में अपेक्षित रत्ती के पुखराज मुंह मांगे रेट में दिए गये. इतना ही नहीं तो मूंगा, पन्ना, गोमेद, शनि का खडा नीलम आदि भी खूब बेचे गये. इन खडों को अंंगूठी सहित आभूषणों में धारण किया जाता है. गुरूवार का दिन इसके लिए सर्वश्रेष्ठ रहा. बडी मात्रा में सोने और चांदी में अर्जेट अंगूठी के ऑर्डर पूर्ण किए गये.
22 कैरेट के दाम 74 हजार
22 कैरेट सोने के दाम 74 हजार के आसपास रहे. इसी दाम पर आभ्ाूषणों की खरीदी ग्राहकों ने की. अन्य शहरों की भाषा मेंं जेवराती सोना कहा जाता है. अत: लोगों ने सोने के सिक्के और 22 करैट में गहनों की खरीदी की. दूसरी ओर सराफा के ही कुछ दुकानदारों ने बताया कि धनतेरस पर जोरदार ग्राहकी होनेवाली है. इसके लिए भरपूर स्टॉक किया गया है. गहनों की बात करें तो कम वजन में अनेक सेट और जेवर तैयार किए गये है. गुरूवार को तो बाजार में उत्साहपूर्ण ग्राहकी हुई. 29 अक्तूबर को धनतेरस का मुहूर्त है. इस बार भी बाजार की बल्ले- बल्ले रहेगी. कई लोग 30 अक्तूबर को धनतेरस मनायेंगे. मार्केट में दोनों ही दिन जोरदार मुहूर्त ग्राहकी रहेगी.
* खरीदे गये बहीखाते भी
डिजिटल दौर में भी रोजमेल और डायरी रखनेवाले दुकानदारों, व्यापारियों ने गुरूपुष्य का मुहूर्त साध्य कर बहीखाते की खरीदी की. जिससे बहीखाता निर्माताओें के यहां रश रहा. लक्ष्मी डायरी और तारीख के डट्टा व पुठ्ठा की अच्छी मात्रा में खरीदी होने की जानकारी शाहीन स्टेशनर्स के ताहेर भाई बही वाला ने दी.