ध्येय को साध्य करने अथक परिश्रम के अलावा कोई पर्याय नहीं
जिप सीईओ संजीता मोहपात्रा ने कहा

अमरावती/ दि. 12-निर्धारित ध्येय को साध्य करने के लिए अथक परिश्रम के अलावा दूसरा कोई पर्याय नहीं है. संघर्ष यह प्रत्येक के जीवन का हिस्सा होता है. किंतु उस पर भी मात करना आना चाहिए. संघर्ष को प्रश्न के रूप में नहीं बल्कि अवसर मानकर आगे बढना चाहिए. ऐसा जिप की सीईओ संजीता मोहपात्रा ने अपने संबोधन में कहा. वे पीडीएमसी अस्पताल व अनुसंधान केन्द्र में विश्व महिला दिवस पर स्त्री रोग व प्रसूति शास्त्र विभाग व सिरनीकल रिसर्च कमेटी फॉग्सी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में अतिथि के तौर पर बोल रही थी.
कार्यक्रम की अध्यक्षता मवी के अधिष्ठाता अनिल देशमुख ने की तथा प्रमुख अतिथि के रूप में जिप सीईओ संजीता मोहपात्रा, प्रभारी विभाग प्रमुख डॉ. स्मिता विजये, फाग्सी रिसर्च कमेटी चेयरपर्सन डॉ. सुरेखा तायडे, डॉ. संध्या कोठारी, डॉ. पुष्पा थोरात उपस्थित थे. डॉ. सुरेखा तायडे ने विश्व महिला दिन के आयोजन का उद्देश्य विशद किया. कार्यक्रम के दौरान ऑक्सफर्ड ग्लोबल स्कूल के विद्यार्थियों द्बारा प्रस्तुत नाट्य नृत्य आकर्षण का केन्द्र रहा. इस अवसर पर सुभाष मेश्राम के मार्गदर्शन में महिलाओं के संघर्ष की तथा उनके अधिकार के लिए निर्मित संघर्ष का प्रभावी प्रस्तुतिकरण किया गया. कार्यक्रम में विविध क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करनेवाली 5 महिलाओं को सम्मानित किया गया. जिसमें डॉ. पुष्पा थोरात, डॉ. कविता सातव, योगिता बोंडे, छाया देशमुख, अश्विनी देशमुख का समावेश था.